इंदौर 14 मार्च, 2022
"स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा'' कार्यक्रम के तरह बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति उनके अभिभावकों को जागरूक किया जाए। पोषण ट्रैकर एप पर अधिकाधिक बच्चों का पंजीयन करवाया जाए। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा स्वयंसेवी संगठनों, एनजीओ, सेफ सिटी कार्यकर्ताओं के सहयोग से घर-घर जाकर बच्चों के वजन और लंबाई की जानकारी पोषण ट्रैकर एप पर फीड की जाये। जनभागीदारी के माध्यम से स्पर्धा में जीतने वाले बालक बालिकाओं को नगद पुरस्कार भी दिया जाएगा। यह निर्देश आज कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने सोमवार को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक में दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में 21 से 27 मार्च 2022 तक आयोजित किए जा रहे स्वस्थ्य बालक-बालिका स्पर्धा कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अभिभावकों को भी जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से चिन्हित किए गए कुपोषित बच्चों को इलाज और पोषण आहार मिलेगा और उनकी सेहत की निगरानी हो सकेगी।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री सिंह ने 0 से 6 वर्ष तक के सभी बालक बालिकाओं के अभिभावकों का आव्हान करते हुये कहा कि वे अधिक से अधिक संख्या में स्पर्धा में भाग लेकर जिले को कुपोषण मुक्त बनाने में प्रशासन का सहयोग करें।
*उत्कृष्ट कार्य करने वाली सुपरवाइजर्स को किया जायेगा पुरस्कृत*
बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने लक्ष्य के विरुद्ध प्राप्त उपलब्धि की परियोजनावार समीक्षा की। जिन परियोजनाओं का उपलब्धि प्रतिशत 90 प्रतिशत से कम पाया गया, उन्हें मार्च माह के अंत तक शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने सभी सीडीपीओ को निर्देश दिये कि वे अपने सुपरवाइजर एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं कि सतत मॉनिटरिंग करें। उन्होंने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत अधिक संख्या में लंबित प्रकरण पाये जाने एवं दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने पर सीडीपीओ श्रीमती चित्रा यादव को शोकॉज नोटिस जारी करने तथा उनके एक माह का वेतन रोकने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि सभी सीडीपीओ उनके अंतर्गत कार्य कर रही सुपरवाइजर एवं आँगनवाड़ी कार्यकर्ता जिनके द्वारा उनके कार्यों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया है उनकी सूची बनाये और ऐसी सभी सुपरवाइजर को 26 जनवरी को पुरस्कृत किया जाएगा।
कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिये कि अपराजिता कार्यक्रम के तहत किशोर बालिकाओं को आत्मरक्षा हेतु मार्शल आर्ट के प्रशिक्षण कार्यक्रम नियमित रूप से चलाये जायें तथा बालिकाओं का मनोबल बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाए। बैठक में मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना, आईसीडीएस योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना एवं अन्य विभागीय योजनाओं की भी समीक्षा की गई।
बैठक में जानकारी दी गई कि जिले की सभी एक हजार 809 आंगनवाड़ियों को मंत्री, विधायक, सरपंच, पंचायत सचिव, व्यापारी संगठन, स्वयंसेवी संगठनों एवं जनप्रतिनिधियों तथा संगठनों द्वारा गोद ले लिया गया है। इन सभी आंगनवाड़ियों को कुल एक करोड़ 13 लाख रूपये की सहयोग राशि विभिन्न संसाधनों के रूप में प्राप्त हुई है। बताया गया कि विभिन्न संगठनों जैसे पाथ फाउंडेशन द्वारा आँगनवाड़ी भवनों का नवीनीकरण भी कराया जा रहा है। पाथ फाउंडेशन द्वारा महू क्षेत्र के 7 आँगनवाड़ी केन्द्रों में विकास कार्य कराये जा रहे है।
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