- अभिभावकों के हंगामे के बाद आधी परीक्षा में दिया बैठने का मौका
- फीस जमा नहीं करने पर 100 से ज्यादा छात्राें काे परीक्षा देने से रोकने पर गुरुवार काे चिड़ियाघर स्थित सन्मति स्कूल में जमकर हंगामा हुआ। नाराज पालकाें ने डेढ़ घंटे तक स्कूल परिसर में हंगामा किया। इस दाैरान कई विद्यार्थियों के आंसू निकल गए। हंगामे के बाद कुछ पालकाें ने एसडीएम से प्रभारी प्राचार्य की बात करवाना चाही, लेकिन स्कूल की तरफ से किसी ने बात नहीं की।
हालांकि आधी परीक्षा हाेने के बाद स्कूल प्रबंधन राजी हुआ और छात्र परीक्षा दे सके। दरअसल छठी, सातवीं और आठवीं कक्षा की परीक्षा यहां शुरू हुई थी, लेकिन सुबह 9 बजे परीक्षा देने पहुंचे करीब 80 छात्राें काे प्रबंधन ने फीस जमा नहीं हाेने का हवाला देकर राेक दिया। इस पर पालक भड़क गए। उन्हाेंने हंगामा शुरू कर दिया। दाे-तीन छात्राएं राे भी पड़ीं। इस बीच पालकाें ने एसडीएम व जिला शिक्षा अधिकारी से फाेन पर बात करवाना चाही, लेकिन प्रबंधन ने इनकार कर दिया।
पालक- फीस लेने का हक है, परीक्षा से राेकने का नहीं, स्कूल ने कहा- 2-2 साल से नहीं भरी
पालकाें ने कहा कि स्कूल प्रबंधन काे फीस मांगने का अधिकार है, लेकिन प्रशासन की तरफ से साफ गाइडलाइन है कि काेई भी स्कूल छात्र काे परीक्षा से नहीं राेक सकता।
प्रबंधन ने कहा- स्कूल चलाना मुश्किल हो रहा है
सन्मति स्कूल के चेयरमैन सुनील जैन ने भास्कर से कहा कि किसी काे परीक्षा से नहीं राेका। कई पालक 2020 के सत्र की भी फीस नहीं भर रहे हैं। स्कूल चलाना व वेतन देना मुश्किल हाे रहा है। आखिर कैसे संचालन करें। जाे पालक फीस नहीं भर रहे हैं, उनमें से कुछ ने हंगामा खड़ा किया। सारे छात्राें काे परीक्षा में बैठाया।
इल्वा स्कूल में भी हुआ हंगामा, कर्मचारी काे थप्पड़ मारा
इल्वा स्कूल में भी फीस काे लेकर जमकर बवाल मचा। यहां छठी, सातवीं और 11वीं की परीक्षा थी, लेकिन कुछ छात्राें की बकाया फीस हाेने के कारण राेक दिया। पालक यहां पहुंचे और हंगामा कर दिया। प्राचार्य डॉ. संजय मिश्रा ने समझाया, लेकिन पालकाें की तरफ से एक व्यक्ति ने कर्मचारी काे थप्पड़ जड़ दिया। मामला पुलिस थाने तक पहुंचा।
लाखों की फीस बाकाया
स्कूल प्रबंधन का कहना है कि 300 से ज्यादा छात्राें की लाखाें रुपए फीस बकाया है। कई अभिभावक जानबूझकर फीस जमा नहीं कर रहे हैं। किस्तों में भरने काे कहा ताे भी हंगामा करते हैं। स्कूल में वेतन तक नहीं दे पा रहे हैं।
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