गरोठ के गांव चंदवासा में एलोरा के कैलाशनाथ की तर्ज पर बने धर्मराजेश्वर मंदिर को एक पहाड़ के करीब 7 हजार वर्गफीट क्षेत्र को 30 फीट गहराई में तराश कर बनाया है। प्राचीन महत्ववाले मंदिर पर तीन दिनी मेले का आयोजन हाेगा। राेज हजाराें भक्त दर्शन करने पहुंचते हैं। यहां विशेष बात यह है कि भगवान शिव के साथ नंदी की जगह विष्णु चतुर्भुज रूप में विराजे हैं।
यहां मुख्य मंदिर के संग सात लघु मंदिर भी हैं। मंदिर पहुंचने के लिए 250 फीट लंबा मार्ग भी पहाड़ को खोदकर बनाया है। पूरे परिसर क्षेत्र में कहीं जोड़ नहीं है। खास बात यह हैं कि शिव को समर्पित इस मंदिर में महादेव के पास नंदी नहीं हैं, यहां गर्भगृह में भगवान शिव के साथ काले पत्थर की विष्णु भगवान की मूर्ति है। चर्चा तो यह भी है कि पांडवकालीन धर्मराजेश्वर मंदिर के गर्भगृह में ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों प्रमुख देवता थे। 2000 के आसपास ब्रह्माजी की मूर्ति चोरी हाे गई।
मंदिर के साथ ही 50 से अधिक गुफाओं का समूह है। अब यहां भारी मात्रा में देश-विदेश से पर्यटक आने लगे हैं। यहां भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण पर्यटक विकास निगम मिलकर विकास कार्य कर रहे हैं।
शामगढ़। धर्मराजेश्वर मंदिर पर कोरोनाकाल के बाद इस साल 3 दिनी मेला लगेगा। इसकी शुरुआत सोमवार से ही हो गई है। मेला 2 मार्च तक चलेगा। प्रभारी तहसीलदार प्रतिभा भांवर ने राजस्व टीम के साथ व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
ग्राम पंचायत सरपंच बाबूलाल सावरिया ने बताया कि यहां मेले में खान-पान के लिए दुकानों को मंदिर परिसर से रास्ते के किनारों पर प्लाॅट दिए हैं। इनके लिए 25 हजार लोगों का भंडारा भी तैयार किया जा रहा है। महाशिवरात्रि पर हजारों भक्त आते हैं व रात्रि में यही रुकते हैं। इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था, बिस्तर, टेंट वाजिब दाम पर उपलब्ध कराए जाते हैं। चौकी प्रभारी शैलेन्द्र सिंह कनेश ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के लिए 75 पुलिस जवान व अधिकारी तैनात रहेंगे।
प्रभारी तहसीलदार भांवर ने बताया कि मंदिर में जाने के लिए अलग5अलग लाइन व बाहर के लिए मंदिर की सीढ़ियों से ऊपर आना होगा। राजस्व निरीक्षक पटवारी मुकेश सालवी व अन्य पटवारियों, 35 चौकीदार व राजस्व विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
महादेव की मूर्ति स्थापना से पहले निकाली शोभायात्रा
गरोठ। नगर में दुर्गा माता मंदिर के पास भगवान शिव का मंदिर बनाया गया। दुर्गा माता मंदिर समिति द्वारा मंदिर में शिवरात्रि पर भगवान शिव की प्राण-प्रतिष्ठा कर स्थापना की जाएगी। कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार को सुबह शोभायात्रा निकाल हवन किया। हवन की पूर्णाहुति मंगलवार को होगी।
सुबह 10 बजे बोथरा की कुई क्षत्रिय खाती मोहल्ले से शोभायात्रा निकली। माधव आनंद महाराज भी शामिल हुए। शोभायात्रा प्रमुख मार्गो से होती हुई दुर्गा माता मंदिर परिसर पहुंची। यहां हवन हुआ, जिसकी पूर्णाहुति मंगलवार को होगी व भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी।
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