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MP 10th बोर्ड एग्जाम खत्म:12th के कुछ पेपर बाकी, अब तक बना चीटिंग का सिर्फ एक केस

MP बोर्ड की 10th की एग्जाम खत्म हो गई है। 12th के कुछ पेपर बचे है। एग्जाम में इंदौर में औसत 97.5% स्टूडेंट्स शामिल हुए। इंदौर में एग्जाम को लेकर कई तैयारियां की गई। लेकिन इनमें कुछ तैयारियां किसी काम नहीं आई। अच्छी बात यह रही कि एग्जाम सेंटरों पर कोविड पॉजिटिव स्टूडेंट्स या कोविड के लक्षण वाले एक भी स्टूडेंट्स नहीं आए। एग्जाम में 1 चीटिंग का केस जरूर फ्लाइंग स्क्वाड ने बनाया। 17 फरवरी से 12th और 18 फरवरी से 10th की एग्जाम शुरू हुई थी। इंदौर में 79 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स के लिए ये एग्जाम कंडक्ट की थी।

एग्जाम के लिए बनाए थे 146 सेंटर, इतने ही आइसोलेशन रूम
इंदौर जिले में 79 हजार स्टूडेंट्स के लिए 146 एग्जाम सेंटर बनाए गए थे। इनमें 64 सरकारी स्कूलों और 82 प्राइवेट स्कूलों को एग्जाम सेंटर बनाया गया था। उस वक्त कोविड की स्थिति को देखते हुए सभी एग्जाम सेंटरों पर आइसोलेशन रूम की व्यवस्था की गई थी। अच्छी बात यह रही कि इन आइसोलेशन रूम का इस्तेमाल नहीं हुआ। एग्जाम देने न तो कोई कोविड पॉजिटिव स्टूडेंट आया और न ही किसी स्टूडेंट्स में ऐसे लक्षण मिले की उसे आइसोलेशन रूम में बैठाना पड़े।

10th के स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा रही
आंकड़ों की बात करें तो इंदौर में इस एग्जाम में 10th के स्टूडेंट्स की संख्या 12th के स्टूडेंट्स से ज्यादा रही। 10th क्लास में 36 हजार 800 स्टूडेंट्स रेगुलर और 7 हजार स्टूडेंट्स प्राइवेट के थे। वहीं 12th क्लास में 29 हजार 350 स्टूडेंट्स रेगुलर और 6 हजार 600 स्टूडेंट्स प्राइवेट के थे।

इंदौर जिले में बना 1 चीटिंग का केस
25 फरवरी को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के फ्लाइंग स्क्वाड ने शासकीय महाराजा शिवाजी राव हायर सेकेंडरी स्कूल में 12th क्लास के एक परीक्षार्थी को चीटिंग करते हुए पकड़ा था। दल जब यहां जांच करने पहुंचा तो परीक्षार्थी घबरा गया। जिसके बाद टीम ने उसकी चैकिंग की तो वह एग्जाम की कॉपी में अपने साथ लाई पर्ची में से चीटिंग कर रहा था। स्टूडेंट्स का केस बनाकर भोपाल भेजा गया था।

इंदौर में 97.5% परीक्षार्थी रहे शामिल
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक नरेंद्र जैन ने बताया एग्जाम को लेकर इंदौर में सभी तैयारियां पुख्ता की गई थी। नकल की प्रवृत्ति रोकने के भी पूरे प्रयास किए थे। माध्यमिक शिक्षा मंडल की सभी गाइड लाइन का पालन कराते हुए इंदौर में एग्जाम कंडक्ट कराई गई है।

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