- इसे पाने के लिए कंबोडिया, थाईलैंड समेत 9 और देश बेकरारइराक, ईरान, इजराइल समेत 13 देशों के बाद अब मालवी गेहूं का स्वाद मिस्र की जुबां पर भी चढ़ेगा। मालवा के गेहूं को परखने सोमवार को मिस्र (इजिप्ट) का दल इंदौर आया। सीएम शिवराज सिंह चौहान की पहल पर दल ने अधिकारियों के साथ निर्यातकों और व्यापारियों से संवाद भी किया। गेहूं निर्यात की संभावनाएं पूछी। दल को पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से अलग-अलग किस्म के गेहूं की जानकारी दी गई।
दल में इस्लाम फरहत अब्देल अजीज अबो एल इला, डॉ. सालेह अब्देल सतर बहिग अहमद और इंजीनियर अहमद रबिया अब्दुल्ला अब्देल कादर शामिल थे। लेक्टर मनीष सिंह, वाना टेरिटरी के नोडल अधिकारी व एपीईडीए मंत्रालय ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री डॉ. सीबी सिंह, मंडी बोर्ड के एडिशनल एमडी डीके नागेंद्र सहित अपर कलेक्टर राजेश राठौड़ मौजूद थे।
इसलिए खास, छिलका कड़क, मोटा दलिया बनाने में कारगर है
हमारे यहां ड्यूरम गेहूं होता है। इसका छिलका आम गेहूं से कड़क होता है। यह गेहूं सेमोलिना (मोटा दलिया) बनाने में काम आता है। सेमोलिना पास्ता बनाने में काम आने वाला मुख्य तत्व है। सबसे अच्छी क्वालिटी का ड्यूरम गेहूं निर्यात होगा। दूसरी ग्रेड का गेहूं डोमेस्टिक मार्केट में सेमोलिना बनाने के लिए बेचा जाएगा।
इंडोनेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, मलेशिया भेजने की भी प्लानिंग
अभी हमारा गेहूं दक्षिण भारत के अलावा बहरीन, इराक, ईरान, इजराइल, यमन, जॉर्डन, कतर, कुवैत, ओमान, फिलिस्तीन, सऊदी अरब, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात में जाता है। अब ईस्ट एशिया में कंबोडिया, लाओस, बर्मा, थाईलैंड, मलेशिया, वियतनाम, इंडोनेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर में भेजने की प्लानिंग है।
इंदौर सहित प्रदेश से बढ़ सकता है 20-30% निर्यात
कलेक्टर ने बताया कि कृषि निर्यात को प्रोत्साहित करने सरकार ने कुछ कदम उठाए हैं। 20 से 30 प्रतिशत गेहूं के निर्यात को बढ़ाया जा सकता है। इजिप्ट से आए दल ने बैठक के बाद सेंट्रल वेयर हाउस काे भी देखा। यहां के भंडारण, क्वालिटी भी चेक की।
इस साल अब तक देश से 66 लाख टन गेहूं निर्यात हो चुका
रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते मिस्र, इजराइल, ओमान, नाइजीरिया और दक्षिण अफ्रीका ने गेहूं की सप्लाय सुनिश्चित करने के लिए भारत से संपर्क किया है। इस साल देश से अब तक 66 लाख टन गेहूं निर्यात हो चुका है। यह 2020-21 की तुलना में 3 गुना है।
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