एमवाय अस्पताल में पांच साल बाद एंडोस्कोपी जांच शुरू हो गई है। मशीन 15 दिन पहले पेट रोग विभाग को मिल गई। इसकी खरीदी प्रक्रिया एक साल से ज्यादा समय से चल रही थी। अब हफ्ते में दो दिन नहीं बल्कि रोजाना जांच हो पा रही है। डीन डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि मशीन आ गई है। काम भी शुरू हो गया है।
हमने आदेश पहले की कर दिए थे। अब नियमित रूप से मरीजों की जांच की जा रही है। 15 साल पुरानी मशीन को लेकर कई बार विभाग ने पत्र भी लिखा था, लेकिन मेडिकल कॉरपोरेशन के पाले में गेंद डालकर इतिश्री कर ली जाती थी।
फरवरी में मंत्री ने फटकार लगाई, उसके दो माह बाद मशीन मिल पाई। अब मरीजों की वेटिंग पूरी तरह खत्म करने के आदेश दिए जा चुके हैं। दरअसल यहां डॉ. अमित अग्रवाल और डॉ. अतुल शेंडे पदस्थ हैं। दोनों डीएम हैं। विभागाध्यक्ष डॉ. वीपी पांडे ने निर्देश जारी किए हैं कि रोज एंडोस्कोपी की जाए।
सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक का समय
15 दिन में 100 एंडोस्कोपी जांच हो चुकी है। रोजाना 8 से 10 जांच हो रही है। आयुष्मान भारत योजना के मरीजों के लिए यह नि:शुल्क है जबकि अन्य मरीजों के लिए 300 से 400 रुपए शुल्क निर्धारित किया है। निजी अस्पताल में यह जांच 4 से 6 हजार रुपए में होती है। सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक ओपीडी में यह जांच हो रही है।
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