मंगल ग्रह 7 अप्रैल को दोपहर तकरीबन 4 बजे राशि परिवर्तन करेगा। ये गृह अपनी उच्च राशि मकर से निकलकर कुंभ में आ जाएगा। इससे पहले 26 फरवरी को ये ग्रह मकर राशि में आया था। अब 17 मई तक ये कुंभ राशि में रहेगा। मकर राशि में शनि और कुंभ राशि में मंगल होने से 29 अप्रैल तक इन दोनों ग्रहों का द्विर्द्वादश योग रहेगा। इसी तारीख को शनि राशि बदलकर कुंभ में फिर से मंगल के साथ आ जाएगा। जो 17 मई तक रहेगा। इस तरह 40 दिनों तक शनि-मंगल का अशुभ योग रहेगा।
बढ़ सकती हैं सोने-चांदी की कीमतें
मंगल का राशि परिवर्तन रियल एस्टेट और उद्योग जगत में तेजी का संकेत दे रहा है। देश की सुरक्षा पर पैसा खर्च होगा। प्रॉपर्टी खरीदी-बिक्री बढ़ेगी। जमीनों के दामों में अचानक उतार-चढ़ाव भी हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव की स्थिति रहेगी। नए समझौते सावधानी से करने होंगे। सोना-चांदी की कीमतें बढ़ सकती हैं। कपास, कपड़ों के भी दाम बढ़ने के योग हैं। अग्नि तत्व से जुड़ी चीजों यानी पेट्रोल, डीजल की कीमतों को लेकर बड़े फैसले हो सकते हैं।
अशुभ योग से बढ़ेंगी परेशानियां
शनि-मंगल की युति और द्विर्द्वादश योग से कई लोगों की परेशानियां बढ़ सकती हैं। प्रॉपर्टी संबंधी नुकसान हो सकता है। लेन-देन और निवेश को लेकर विवाद होने के योग बनेंगे। कई लोगों के लिए तनाव वाला समय रहेगा। धन हानि और कर्जा बढ़ सकता है। बीमारियां बढ़ेंगी। हालांकि इन ग्रहों की वजह से नए षडयंत्र और योजनाएं भी बनेंगी। राजनीति से जुड़े बदलाव होंगे। शनि-मंगल के योग में नई शुरुआत करने से बचना चाहिए। वरना उलझनें बढ़ सकती हैं।
हनुमान जी की पूजा से कम होगा अशुभ असर
मंगल के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए शहद खाकर घर से निकलना चाहिए। लाल चंदन का तिलक लगाएं। लाल फूलों से हनुमान जी की पूजा करें। सिंदूर लगाएं। मंगलवार के दिन तांबे के बर्तन में अनाज भरकर हनुमान मंदिर में दान करना चाहिए। मिट्टी के बर्तन में खाना खाएं। मसूर की दाल का दान करें। पानी में थोड़ा सा लाल चंदन मिलाकर नहाएं। इन उपायों की मदद से मंगल का अशुभ असर कम किया जा सकता है।
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