इंदौर में 8x8 के एक कमरे का माकन खाली कराने पहुंची पुलिस को रहवासियों के जबर्दस्त विरोध का सामना करना पड़ गया। रहवासियों ने पैसे लेकर मकान खाली कराने और मारपीट का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस का कहना है कि वे कोर्ट के आदेश पर पहुंची थी। विवाद बढ़ने के बाद घटना की जानकारी क्षेत्रीय विधायक आकाश विजयवर्गीय तक पहुंची। तो उन्होंने समर्थकों के साथ एमजी रोड थाने का घेराव कर दिया। कहा, पुलिस मुस्लिमों की असंवैधानिक तरीके से मदद कर रही है। भाजपा सरकार में ये सब नहीं चलेगा। हालांकि पुलिस मामला बढ़ते देख एक एसआई को सस्पेंड कर दिया।
घटना गुरुवार दोपहर मेवाती मोहल्ले की है। यहां किराए का एक मकान खाली कराने पहुंची पुलिस को देखकर रहवासी भड़क गए। रहवासियों का आरोप है कि पुलिस ने मकान खाली कराने के बदले पैसे लिए हैं।
थाने का घेराव करने पहुंचे विधायक आकाश विजयवर्गीय ने इस मामले में पुलिस पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। विजयवर्गीय ने कहा कि पुलिस उन्हें गुमराह कर रही है। मुस्लिम परिवारों की असंवैधानिक तरीके से मदद कर रही है। भाजपा सरकार में ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। हिंदुओं पर अत्याचार नहीं होने दूंगा। हिन्दू परेशान हुए तो आगे उग्र आन्दोलन किया जाएगा। पुलिस ने वहां की हिंदू महिलाओं को डंडे मारे।
रहवासी बोले, एसआई ने मारपीट की
स्थानीय रहवासियों ने आरोप लगाया कि एमजी रोड थाने के सब इंस्पेक्टर बीएस रघुवंशी के निर्देश पर पुलिस ने महिलाओं और स्थानीय रहवासियों के साथ मारपीट की। पूरे घटनाक्रम पर विधायक आकाश विजयवर्गीय ने नाराजगी जाहिर की। इसके बाद एमजी रोड थाने के सब इंस्पेक्टर बीएस रघुवंशी को सस्पेंड कर दिया गया।
मकान खाली कराने के लिए पुलिस पर डाला दबाव
रहवासियों के मुताबिक घटना में जिस मकान को खाली करवाया जा रहा था, वह मकान नजूल की जमीन पर बना हुआ है। लेकिन उस जमीन पर मेहरुन्निसा अपना हक बता रही है। रहवासियों ने कहा कि पहले भी मेवाती मोहल्ला से मुस्लिम युवकों के अत्याचारों के चलते हिंदुओं को पलायन करना पड़ रहा था। यहां केवल 8 हिंदू परिवार ही बचे हैं। जिन्हें वहां से पलायन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
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