मां की हर सलाह, हर बात एक सबक है, हमें खुशी के रास्ते पर ले जाती है- याद कीजिए क्या माँ ने आपको भी यह कहा था…
1) रोज नया सीखो
जब मां यह कहती है तो इस तरह वो आपको प्रेरित करती है, समृद्ध और संपूर्ण बनने के लिए तैयार करती है।
क्योंकि वो जानती है कि लगातार सुधार से ही संपूर्णता आती है। सफलता और खुशी मंजिल नहीं है, यात्रा है, जिस पर रोज चलना है।
2) गलती स्वीकारो
जब मां कहती है कि तुमने बिगाड़ा है तुम ही ठीक करो, तो वो आपको जिम्मेदार बनाती है।
क्योंकि वो जानती है कि सामने आने वाली हर परेशानी और मुसीबत का सामना आपको अकेले ही मजबूती से करना है। मदद के लिए कोई नहीं आएगा।
3) तुम कर सकते हो
जब मां यह कहती है तो वो आपको आत्मविश्वास का सबक सिखा रही होती है।
क्योंकि वो जानती है कि किसी और की सफलता और असफलता आपकी नहीं होती। सभी में अलग गुण होता है, अपने गुण पहचाना जरूरी है।
4) धैर्य रखो
जब मां यह कहती है तो वो आज को जीना सिखाती हैै और कल के लिए आशावान बनाती है।
क्योंकि वो जानती है कि कल जो हुआ वह बदला नहीं सकता, कल जो होगा वह हाथ में नहीं है। लेकिन सही समय का इंतजार जरूरी है।
5) प्यार से बोलो
जब मां यह कहती है तो वो आपको सफलता का सबसे जरूरी मंत्र सिखा रही होती है।
क्योंकि वो जानती है कि जब बोलेंगे तभी प्रभावित कर पाएंगे और जब प्रभावित कर पाएंगे तभी वो सुखद बदलाव ला सकेंगे जो आप चाहते हैं।
6) पैसा बचाना सीखो
इस तरह वो आपको सुरक्षित बनाती है। वह अनिश्चिय के लिए तैयार करती है।
क्योंकि वो जानती है जरूरतें हमेशा बढ़ती हैं, जिन्हें पूरा करने के लिए एक सुरक्षित कोष होगा तो आप हमेशा निडर रहेंगे।
7) झुककर मत चलो
जब मां यह कहती है तो वो आपको बॉडी लैग्वेज का सबक सिखा रही होती है। क्योंकि वो जानती है कि अच्छा पॉश्चर आकर्षक और निडर बनाता है। यह आगे बढ़ने की जरूरी सीढ़ी है।
8) समय पर उठो
जब मां यह कहती है तो इस तरह वो आपको स्वस्थ भविष्य के लिए तैयार करती है, सही दिशा दिखाती है। क्योंकि वो जानती है कि समय सबसे मूल्यवान है। आप इसे कभी भी वापस नहीं पा सकते। जीवन में आप क्या पाएंगे, क्या खोएंगे इसमें समय सबसे अहम फैक्टर है।
9) दोस्त बनाओ
जब मां यह कहती है तो इस तरह वो आपको जीने का सलीका सिखाती है।
क्योंकि वो जानती है कि आप वैसे ही बन सकते हैं, जैसी संगती होगी। एक अच्छा दोस्त हर परेशानी का समाधान बन सकता है।
10) डरो नहीं, करो
जब मां ऐसा कहती है तो वो सिखाती है कि डर सपने पूरे करने से रोकता है। क्योंकि वो जानती है कि डर को नहीं जीत सके तो और बढ़ जाएगा। इसका उपाय है कि जो काम डरा रहा वो आज करके देखाे।
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