इन्दौर। स्वतंत्रता संग्राम की प्रथम दीपशिखा वीरांगना झलकारीबाई के 165 वें बलिदान दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय वीरांगना झलकारी महासंघ एवं अभिनव कला समाज द्वारा आयोजित वीरांगना झलकारी अलंकरण के गरिमामय समारोह अभिनव कला समाज परिसर में सूफी संत श्री रमेश बाबा (महावर) के मुख्य आतिथ्य एवं अभिनव कला समाज के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर भारत पैट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस प्रा. लिमी. बोर्ड के केन्द्रीय संचालक घनश्याम शेर, मध्यप्रदेश कोली/कोरी समाज के प्रदेश अध्यक्ष अर्जुनसिंह शाक्यवार, अखिल भारतीय बुंदेलखंड कोरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्मल मलोरिया, पूर्व पार्षद उमाशंकर तरेटिया, वरिष्ट समाजसेवी मन्नालाल बिंदौरिया, पत्रकार हीरालाल वर्मा मौजूद थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार एवं अभिनव कला समाज के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में अनगिनत क्रांतिकारी योद्धाओं ने त्याग और बलिदान दिया लेकिन वे आज इतिहास के पन्नों से गौण है, इसमें स्वतंत्रता संग्राम की अमर नायिका वीरांगना झलकारीबाई भी शामिल हैं। अखिल भारतीय वीरांगना झलकारी महासंघ ने वीरांगना झलकारी की स्मृति को चिरस्थाई बनाने हेतु आज समाज की उत्कृष्ट समाजसेवी महिलाओं को झलकारी अलंकरण से सम्मानित करने के साथ ही "झांसी की झलकारी" नाट्य मंचन आयोजित कर समाज की जागृति में महत्वपूर्ण कदम उठाया, इसके लिए महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश महावर कोली एवं उनकी पूरी टीम धन्यवाद की पात्र है।
मुख्य अतिथि सूफी संत रमेश बाबा ने कहा कि आज के आधुनिक युग में स्वतंत्रता आन्दोलन में योगदान देने वाले वीर-वीरांगनाओं का स्मृति में आयोजन कर समाज को जागृत करना अनुकरणीय पहल है।
अखिल भारतीय वीरांगना झलकारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश महावर कोली ने कहा कि मैंने वीरांगना झलकारी को अपने जीवन का आदर्श माना है, इसी कारण झलकारी जयंती एवं बलिदान दिवस पर आयोजन करना तथा मातृशक्ति के साथ समाजबंधुओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना अपने जीवन का उद्देश्य बना रखा है।
इस अवसर पर सामाजिक क्षेत्र में अपनी उल्लेखनीय सेवाएं देने वाली सुश्री लक्ष्मी सेतिया (सेवा निवृत डीएसपी), श्रीमती सुनिता शाक्यवार (शिक्षक) एवं श्रीमती रमा राजोरे (पूर्व प्रदेश अध्यक्ष म.प्र. वीरांगना झलकारी महासंघ महिला विंग) को वीरांगना झलकारी अलंकरण से सम्मानित किया गया। इसी प्रकार अखिल भारतीय कोली समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष घनश्याम शेर को कोली रत्न अलंकरण से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन मदनलाल धीमान ने एवं आभार प्रहलाद टाटवाल ने माना।
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