इन दिनों उत्तराखंड की चारधाम यात्रा चल रही है। देशभर से श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। उत्तराखंड के चारधामों में केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर शामिल हैं। ये चारों मंदिर भक्तों के लिए करीब छह माह ही खुले रहते हैं, बाकी छह महीने बंद रहते हैं। उत्तराखंड की इन जगहों पर रोज हजारों लोग घूमने और दर्शन करने पहुंचते हैं। राज्य की पहाड़ी जगहों की यात्रा में मौसम का विशेष ध्यान रखें। अगर मौसम सही न हो तो यात्रा पर जाने से बचना चाहिए। यहां जानिए उत्तराखंड की 10 ऐसी जगहें, जिन्हें श्रद्धालु पसंद सकते हैं...
केदारनाथ धाम
बारह ज्योतिर्लिंगों में केदारनाथ धाम भी शामिल है। ये मंदिर रुद्रप्रयाग जिले में है। केदारनाथ मंदिर के साथ ही प्राकृतिक वातावरण इस जगह की खासियत है। इस समय यहां का अधिकतम तापमान करीब 16-17 डिग्री तक रहता है।
बद्रीनाथ धाम
ये मंदिर उत्तराखंड के साथ ही देश के चारधामों में भी शामिल है। ये मंदिर चामोली जिले में है। बद्रीनाथ मंदिर नर-नारायण नाम के पर्वतों के बीच स्थित है। इस धाम के पास ही अलकनंदा नदी बह रही है। इस समय बद्रीनाथ धाम का अधिकतम तापमान 16-17 डिग्री तक रहता है।
गंगोत्री धाम
गंगोत्री धाम देवनदी गंगा का उद्गम स्थल है। ये उत्तरकाशी जिले में है। ऐसी मान्यता है कि इस क्षेत्र में राजा भगीरथ ने तप करके गंगा और शिव जी को प्रसन्न किया था। गंगोत्री धाम सफेद ग्रेनाइट पत्थरों से बना हुआ है। इन दिनों में यहां का तापमान अधिकतम 18-19 डिग्री तक रहता है।
यमुनोत्री धाम
यमुनोत्री धाम से ही यमुना नदी निकलती है। ये उत्तरकाशी जिले में है। यहां देवी यमुना का प्राचीन मंदिर है। इस क्षेत्र में कई ऐसे कुंड हैं, जहां का पानी गर्म रहता है। यहां का गर्म पानी वाली सूर्य कुंड काफी प्रसिद्ध है। इस समय यमुनोत्री धाम का अधिकतम तापमान 15-16 डिग्री तक रहता है।
हरिद्वार
उत्तराखंड के प्रसिद्ध तीर्थों में हरिद्वार काफी महत्वपूर्ण है। यहां कुंभ का मेला लगता है। हरिद्वार में होने वाली गंगा आरती विश्व प्रसिद्ध है। हरिद्वार का सबसे प्रसिद्ध घाट है हर की पौड़ी। हरिद्वार में पौराणिक महत्व वाले कई प्राचीन मंदिर हैं। यहां की धार्मिक यात्रा भक्तों को आनंद और ऊर्जा मिलती है। इन दिनों हरिद्वार का अधिकतम तापमान 35-37 डिग्री तक रहता है।
ऋषिकेश
ये तीर्थ स्थल हरिद्वार से करीब 25 किमी दूर है और देहरादून से 43 किमी दूर है। ऋषिकेश के प्राकृतिक और शांत वातावरण से देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु मोहित हो जाते हैं। यहां प्राचीन मंदिरों के साथ ही कई बड़े-बड़े आश्रम हैं। गंगा नदी पर्वतीय क्षेत्रों से निकलकर ऋषिकेश के समतल स्थानों से आगे बढ़ती है। यहां का लक्ष्मण झूला विश्व प्रसिद्ध है। इस समय यहां का तापमान 35-36 डिग्री तक रहता है।
नैनीताल
नैनीताल को झीलों का नगर कहते हैं। एक समय यहां करीब 60 ताल थे। ये शहर बर्फ से ढंके के पहाडों के बीच स्थित है। यहां का नयना देवी मंदिर काफी प्रसिद्ध है। ये मंदिर देवी मां के 51 शक्तिपीठों में से एक है। इसके साथ ही यहां की नैनी झील भी आकर्षण का केंद्र है। इस समय यहां का अधिकतम तापमान 25-26 डिग्री तक रहता है।
मसूरी
मसूरी देश के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में से एक है। मसूरी पहाड़ों में बसा हुआ है। ये शहर देहरादून से करीब 35 किमी दूर है। अगर आप उत्तराखंड के चारधाम की यात्रा करते हैं तो मसूरी भी आसानी से जा सकते हैं। यहां प्राकृतिक वातावरण बहुत ही मनमोहक है। इस समय यहां का अधिकतम तापमान 24-25 डिग्री तक रहता है।
तुंगनाथ महादेव
ये मंदिर पंच केदार में से एक है। ये शिव जी का ऐसा मंदिर है सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित है। तुंगनाथ रुद्रप्रयाग जिले में है। जुलाई के समय में इस जगह की सुंदरता और अधिक बढ़ जाती है। तुंगनाथ महादेव मंदिर की यात्रा वाहनों की अपेक्षा पैदल अधिक करनी होती है। इस समय यहां का अधिकतम तापमान 17-18 डिग्री तक रहता है।
व्यास गुफा
उत्तराखंड में बद्रीनाथ से करीब 4 किमी दूर स्थित है व्यास गुफा। ये गुफा महर्षि वेद व्यास से संबंधित है। अगर आप गुरु पूर्णिमा पर किसी धार्मिक स्थल की यात्रा करना चाहते हैं तो यहां आ सकते हैं। गुरु पूर्णिमा व्यास की जन्म तिथि है। इस दिन यहां विशेष कार्यक्रम होते हैं। गुफा का इतिहास हजारों साल पुराना है। यहां से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर भारत-चीन बार्डर स्थित है। इस समय यहां का अधिकतम तापमान 14-15 डिग्री तक रहता है।
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