मेट्रोपोलिटन सिटी भोपाल में कमिश्नरेट सिस्टम शुरू होने के बाद पहला नगरीय निकाय चुनाव पुलिस के लिए भी चुनौती है। पिछले चुनावों में आई शिकायतों और विवादों के आधार पर पुराना शहर यानी डीसीपी जोन 3 क्षेत्र शहर का सबसे संवेदनशील एरिया है, लेकिन पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक सबसे ज्यादा गुंडे-बदमाश टीटी नगर और कमला नगर क्षेत्र में है। इन दोनों थाना क्षेत्रों के गुंडे-बदमाश आम लोगों से लड़ाई-झगड़ा और वाहनों में तोड़फोड़ करते हैं। जिससे अफसर चिंता में हैं और इन्हें कंट्रोल में रखने की रणनीति बना रहे हैं।
चुनावों को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने और शहर के 2170 पोलिंग बूथ की सुरक्षा के लिए पुलिस मुख्यालय ने 650 जवान उपलब्ध कराएं हैं। दरअसल भोपाल में छह जुलाई को नगरीय निकाय के लिए मतदान होना है। चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस ने 1795 गुंडे-बदमाशों को बाउंड ओवर किया है। 1039 गैर जमानती वारंट तामील कर गुंडे-बदमाशों को जेल पहुंचाया है। आदर्श आचार संहिता के चलते 6400 शस्त्र जमा हो चुके हैं, जबकि 239 लाइसेंस रद्द किए और 67 लाइसेंसी हथियार जब्त किए हैं। चुनावी कार्रवाई में पुलिस ने 107 आबकारी के प्रकरण दर्ज कर लगभग 950 लीटर शराब जब्त की है।
नशे के कारोबार से जुड़े अपराधियों पर भी नजर
पुलिस अफसरों के मुताबिक मतदान वाले दिन संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहेगा। वहीं नशे के कारोबार और वारंटियों की धड़पकड़ पर नजर रखी जा रही है। चुनाव प्रचार पर भी पुलिस की नजर है। उधर मानसून के बीच मतदान होने के कारण पुलिस कमिश्नर ने आदेश जारी किए हैं कि ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी स्वयं का छाता और रेनकोट अनिवार्य रूप से साथ लाएं।
शहर में 547 संवेदनशील बूथ
58 वार्डों में संवेदनशील बूथ, सबसे ज्यादा 19 वार्ड 22 में
इधर, 85 वार्डों के लिए 6 जुलाई को होने वाले मतदान के लिए 547 बूथों को संवेदनशील माना गया है। इनमें से 91 अतिसंवेदनशील हैं। सबसे ज्यादा 19 संवेदनशील बूथ भोपाल मध्य विस के वार्ड 22 में हैं। इसी से लगे वार्ड 23 में 18 संवेदनशील बूथ हैं। पुराने शहर के इन दोनों वार्डों में चौक और मंगलवारा के आसपास का इलाका शामिल है। साथ ही वार्ड 64 और 74 में 17-17 बूथ संवेदनशील घोषित किए गए हैं। शहर के 85 वार्डों में से 58 वार्डों में कोई न कोई बूथ को पुलिस ने संवेदनशील या अति संवेदनशील घोषित किया है।
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