- पहले चरण में खर्च का ब्योरा सामने आया, दूसरे चरण के लिए आज हिसाब देंगे
- स्टार प्रचारक का प्रावधान नहीं; मेयर-पार्षद प्रत्याशियों के खाते में जुड़ेगा खर्च
चुनाव में महापौर प्रत्याशियों द्वारा प्रचार खर्च के मामले में कांग्रेस के संजय शुक्ला सबसे आगे हैं। नामांकन से लेकर प्रचार के पहले चरण में वे 2.20 लाख रुपए खर्च कर चुके हैं। भाजपा के महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव 1.54 लाख खर्च के साथ दूसरे नंबर पर हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के महापौर प्रत्याशी कमल गुप्ता 1.32 लाख रुपए खर्च कर चुके हैं। और वे तीसरे नंबर पर हैं। इन तीन प्रत्याशियों को छोड़कर महापौर के बाकी 16 प्रत्याशियों का चुनावी खर्च 50 हजार रुपए के अंदर है। अब दूसरे चरण का ब्योरा पार्टियों को मंगलवार शाम तक देना है। वहीं तीसरा ब्योरा 3 जुलाई को देना है।
चुनाव लड़ रहे पार्षद व मेयर प्रत्याशियों में 341 में से 316 ने ही हिसाब दिया था। इसलिए बचे हुए 25 लोगों को नोटिस भी जारी किया है। इधर भाजपा ने अब डिजिटल प्रचार के लिए अनुमति मांगी है, जिसके लिए व्यय राशि 1.61 लाख रुपए बताई है। अब तक प्रशासन ने 1006 अनुमतियां अलग-अलग तरह की जारी की हैं। इसमें 475 तो वाहन की अनुमति है।
स्टार प्रचारक का प्रावधान नहीं; मेयर-पार्षद प्रत्याशियों के खाते में जुड़ेगा खर्च
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राकेश सिंह ने बताया कि नगरीय निकाय चुनाव में आयोग ने स्टार प्रचारक के लिए कोई प्रावधान नहीं किया है। चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी के निर्वाचन क्षेत्र में इस तरह कोई स्टार प्रचारक आता है तो वह खर्च प्रत्याशी के खाते में शामिल होगा। एक ही मंच से एक से अधिक प्रत्याशियों की सभा होने की स्थिति में महापौर व पार्षद के केस में खर्च का बंटवारा अधिकतम सीमा के अनुपात में किया जाएगा।
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