इंदौर। अखिल भारतीय विश्वकर्मा विराट संघ (पंजी) के संस्थापक युगपुरुष रामेश्वर सोनी पांचाल के जेष्ठ पुत्र और प्रमोद सोनी पांचाल के बड़े भाई एवं अमित व सुमित के बड़े पापा, गौरव के पिताजी तथा अनेकों सामाजिक, शैक्षणिक, धार्मिक संस्थाओं के संस्थापक, संरक्षक, अध्यक्ष, सलाहकार, कुशल मार्गदर्शक महू निवासी श्री रामचन्द्र रामेश्वर सोनी पांचाल का आसमयिक निधन इंदौर में 06 जून 2022 को हो गया और उनका पार्थिव देह 07 जून 2022 को पंचतत्व में विलीन हो गया। श्री रामचन्द्र रामेश्वर सोनी पांचाल के निधन की खबर सुनते ही देशभर में विश्वकर्मा पांचाल समाज में शोक की लहर दौड़ गई। पूरे देशभर से विश्वकर्मा पांचाल समाज के अनेक सामाजिक संगठनों के पदाधिकारीगण और सदस्यगणों के शोक संदेश निरंतर प्राप्त हो रहे हैं।
इंदौर स्थित खजराना मुक्तिधाम पर उपस्थित सदस्यों ने संगठन एवं समाज के विकास में उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके निधन की सूचना मिलते ही लोगों को एकाएक यकीन नहीं हुआ। इसके बाद सामाजिक बंधु बंधुओं एक-दूसरे को फोन कर इस खबर की पुष्टि में जुट गए। इसी बीच यह दुखद खबर विभिन्न व्हाट्सएप समूह में भी प्रसारित होने लगी।
समाजसेवीयों ने उनके निधन का समाज के लिए गहरा धक्का बताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। वरिष्ठ नेता रमेश विश्वकर्मा पत्रकार ने श्रद्धांजलि सभा की शुरुआत करते हुए श्री रामचंद्र रामेश्वर सोनी पांचाल के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा की वे अपने सपनों को सरकार नहीं कर पाये और अपने सफर को यहीं पर पुर्ण विराम दे दिया। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। पूर्व पार्षद जगदीश पांचाल ने भी रामचंद्र जी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उनके ज्ञान का हर कोई कायल था। सही बात कहने में उन्हें कोई गुरहेज नहीं था और वे अपनी बातें पुरजोर तरीके से रखते थे। प्रभु से मृत आत्मा को शांति प्रदान करने की विनती की। श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी बंसीलाल शर्मा ने कहा कि उनके निधन का समाचार मिलने पर समाज जन स्तब्ध रह गए। कोई भी उनकी मृत्यु की सूचना पर विश्वास नहीं कर पा रहा था। उनके संस्मरण को याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित की। वरिष्ठ समाजसेवी हेमराज भाई ठेकेदार श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा युगपुरुष रामेश्वर सोनी पांचाल के अधूरे कार्य को पूरे नहीं कर सके। दिवंगत आत्मा को प्रभु शांति प्रदान करें। श्रद्धांजलि देते हुए वरिष्ठ समाजसेवी आरके लोहार साहब ने कहा कि समाज के लिए यह अपूर्णीय क्षति है। इसकी भरपाई नहीं की जा सकती है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें।
वहीं वरिष्ठ समाजसेवी वीके विश्वकर्मा पांचालरत्न ने भी कहा कि उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर व्याप्त है। इस दुःखद घड़ी में समाज की संवेदनाएं पूरे परिवार के साथ है। अखिल भारतीय विश्वकर्मा विराट संघ (पंजी) और विश्वकर्मा एकीकरण अभियान की ओर से गहरी शोक संवेदना प्रकट करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता है और परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना करता है कि दिवंगत आत्मा को प्रभु श्री चरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिवार को असहनीय दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें। श्रद्धांजलि सभा में अन्य लोगों ने भी शोक जताया। दो मिनिट का मौन रहकर मृतात्मा को श्रद्धांजलि दी गयी। अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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