एक बार में बहुत सारे लक्ष्य अपनाने के जोखिम को लोग अब अच्छी तरह समझते हैं। लेकिन यह कैसे पता लगाएंगे कि सभी लक्ष्यों में से कौन-सा सही है या कौन-से लक्ष्य पर सबसे पहले फोकस करना चाहिए? यहां दिए गए चार तरीकों से यह पता लगाया जा सकता है कि कौन-सी रणनीतियों को अपनाकर हमें अपने लक्ष्य की ओर लगातार आगे बढ़ते रहना है और किस दिशा में कोशिश करनी है, जिससे कि हमें अपनी मेहनत का पूरा फल मिल सके।
1) कंपनी के विजन के साथ अपना लक्ष्य जोड़ें
अगर आप एक कर्मचारी हैं, तो अपने बॉस से यह पूछ सकते हैं कि साल का सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य कौन-सा होना चाहिए? अगर आप एक कंपनी के लीडर हैं, तो अपनी मल्टी ईयर स्ट्रैटजी पर ध्यान दें और पीछे के काम (बैकलॉग) पूरे करें। यदि अगले तीन साल के लिए आपका मुख्य उद्देश्य व्यापार को लगातार आगे बढ़ा रहा है, तो इस साल का लक्ष्य भी व्यापार को आगे ही ले जाएगा।
2) ‘गोल टाइमलाइन’ बनाएं, इसका पालन करें
अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सबसे पहले तो उन्हें क्रोनोलॉजिकल क्रम में लिखें। इसके बाद उन्हें उस सीक्वेंस में लिखें जो यह दर्शाए कि कौन-से लक्ष्य आपको सबसे पहले हासिल करने हैं और कौन-से बाद में। अपनी दूरदर्शी योजना के बारे में भी विचार करें। इसके बाद एक लिस्ट बनाएं, जिसमें वो सभी चीजें शामिल हों, जो लक्ष्य पूर्ति में आपकी मदद करेंगी।
3) एक ‘कीस्टोन’ गोल की तलाश भी है जरूरी
बहुत हद तक यह संभव है कि किसी एक लक्ष्य को हासिल कर लेने के बाद बाकी सभी लक्ष्यों को हासिल करना बहुत आसान हो जाता है। उदाहरण के तौर पर- किसी हाई प्रोफाइल पब्लिकेशन के लिए लिखने से आप कहीं ज्यादा बिजनेस बना पाएंगे। निश्चित रूप से आपको बोलने के काफी ज्यादा मौके मिलेंगे और साथ ही किताब की बिक्री भी बढ़ जाएगी।
4) हर लक्ष्य को सीमित समय दें, फोकस करें
इस बात से लगातार परेशान रहना कि आप ज्यादा काम नहीं कर पा रहे हैं, जितनी जरूरत है उतनी मेहनत नहीं कर पा रहे हैं या सही दिशा में आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं- इससे ‘चर्न एंड बर्न’ की स्थिति बनी रहती है। अपने लक्ष्य पर फोकस करने के लिए खुद को बाध्य करें। लेकिन ऐसा एक सीमित समय के लिए ही करें, जैसे कि छह महीने के लिए ऐसा कर सकते हैं।
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