नगरीय निकाय चुनाव होने के बाद अब सभी को काउंटिंग का इंतजार है। आम जनता इस बात के लिए इंतजार कर रही है कि शहर में किसकी सरकार बनेगी। वहीं प्रत्याशी इस बात का कि कौन जीत रहा है। वोटिंग की काउंटिंग के लिए जिला प्रशासन ने मैदान संभाल लिया है। 105 टेबलों पर मतगणना से शहर की सरकार का रिजल्ट सामने आएगा। मंगलवार को अपर कलेक्टर अभय बेडेकर ने प्रशासन के अधिकारियों व अन्य के साथ स्टैण्डिंग कमेटी की बैठक की। बैठक में जरूरी दिशा-निर्देश देने के साथ ही काउंटिंग के लिए व्यापक तैयारियों पर चर्चा की। नेहरू स्टेडियम स्थित काउंटिंग स्थल पर काउंटिंग के लिए 8 हॉल में व्यवस्था की गई है। इसमें 6 हॉल में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से तो 2 हॉल में डाल मतपत्रों से काउंटिंग होगी। 105 टेबलें लगाई जा रही है, इनमें से 97 टेबल ईवीएम से काउंटिंग के लिए तो बची हुई टेबलें डाक मतपत्रों की काउंटिंग के लिए रहेगी। साथ ही काउंटिंग स्थल पर कैंडिडेंट्स के अधिकृत एजेंट्स को ही एंट्री दी जाएगी। एंट्री के लिए ऑथोराइज्ड लेटर प्रस्तुत करना होगा। इसके साथ ही अन्य डॉक्यूमेंट्स भी दिखाना होंगे। ऑथोराइज्ड लेटर के लिए आवेदन करने के लिए 14 जुलाई लास्ट डेट रखी है।
काउंटिंग में रखे नियमों का ध्यान
बैठक में अपर कलेक्टर बेडेकर ने प्रत्याशियों से आग्रह किया है कि वे काउंटिंग के दौरान निर्वाचन आयोग के नियम और निर्देशों का अपने काउंटिंग एजेंटों से पूरा पालन करवाए। काउंटिंग एजेंट्स उन टेबलों के पास ही बैठेंगे जो उन्हें अलॉट की गई है। उन्हें हाल में यहां-वहां घूमने की भी परमिशन नहीं रहेगी। इसके साथ ही काउंटिंग स्थल पर सिगरेट और तंबाकू से बने पदार्थ और मोबाइल ले जाना भी प्रतिबंधित रहेगा। इसके साथ ही कई जरूरी दिशा-निर्देश उन्होंने दिए।
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