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अहिल्या यूनिवर्सिटी: इस साल परीक्षा में नकल का रिकॉर्ड टूटा, 1200 से ज्यादा मामले

बीकॉम प्रथम वर्ष की एक छात्रा बालाें की क्लिप में नकल की पर्ची छिपाकर लाई थी। जैसे ही उसने पर्ची निकालकर जवाब लिखना शुरू किया, उड़नदस्ता पहुंच गया। छात्रा का प्रकरण बनाया गया। वहीं बीएससी का एक छात्र बेल्ट के पीछे दाे पर्चियां छिपाकर लाया था। ऐसे कई मामले बीकॉम, बीए और बीएससी व बीबीए व बीसीए प्रथम वर्ष की परीक्षा के दाैरान सामने आ रहे हैं।

1 जनवरी से 20 जुलाई तक हुई देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी की अलग-अलग परीक्षाओं में रिकॉर्ड 1210 छात्र नकल करते पकड़े गए हैं। इसके पीछे विशेषज्ञाें ने कई नए कारण बताए हैं। सबसे अहम कारण यह सामने आया है कि पिछले दाे साल 2020 व 2021 में कॉलेज व स्कूल की ऑफलाइन पढ़ाई पूरी तरह ठप रही। 2021 में जाे छात्र 12वीं में थे, वे इस साल कॉलेज में हैं अौर प्रथम वर्ष की एग्जाम दे रहे हैं। यही वजह है कि नकल के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं।

छात्राओं की संख्या 500 पार
इस अवधि में यूनिवर्सिटी की बीए, बीकॉम, बीएससी दूसरे और तीसरे वर्ष की परीक्षा हाे चुकी है, जबकि प्रथम वर्ष की जारी है। परीक्षा नियंत्रक प्राे. अशेष तिवारी का कहना है छात्र-छात्राएं नकल के लिए अनूठे तरीके अपना रहे हैं, लेकिन उड़नदस्ते मुस्तैदी से कार्रवाई कर रहे हैं। अब तक 1200 से ज्यादा नकल के केस बन चुके हैं। नकल करने वालाें में छात्राओं की संख्या भी 500 के पार है।

फैक्ट फाइल

  • कुल 3 लाख 06 हजार छात्र हैं डीएवीवी में।
  • 02 लाख 65 हजार छात्राें की परीक्षा हाे चुकी या जारी है।
  • 35 हजार के आसपास छात्राें की परीक्षाएं आने वाले तीन महीने में हाेगी।

किस काेर्स में सबसे ज्यादा नकल

  • 300 से ज्यादा मामलाें के साथ बीकॉम में सामने आ रहे सबसे ज्यादा केस।
  • 100 के करीब मामले बीएससी में।
  • 500 से ज्यादा बीए, बीबीए, बीसीए और एमए, एमकॉम और एमएससी की परीक्षा में आए।

मामले कैसे-कैसे

  • एक छात्र ने जूते, फुल आस्तीन की शर्ट पहनी थी, लेकिन दाेनाें हाथाें में मैथ्स के फॉर्मूले लिख रखे थे। उड़नदस्ते ने पकड़ लिया।
  • एक छात्र ने बाहर गमले में नकल पर्ची छिपाकर रखी थी। वॉश रूम से लाैटते वक्त पर्ची लेकर आया ही था कि उड़नदस्ते ने चेकिंग में पकड़ लिया।
  • एक छात्रा ने माेजे में चिट छिपाकर रखी थी, ताे दूसरी ने घड़ी कर रखे रूमाल में तीन चिट छिपाई थी।

700 पर हाे चुकी है कार्रवाई

यूनिवर्सिटी जनवरी से अप्रैल तक हाे चुकी परीक्षाओं में नकल करते पकड़े गए 700 छात्राें के मामले में निर्णय ले चुकी है। यूएफएम कमेटी ने कार्रवाई कर दी थी। 200 छात्रों की पूरे सेमेस्टर की परीक्षा रद्द कर दी गई थी, जबकि लगभग इतने ही छात्राें की एक विषय की परीक्षा रद्द की थी। इन मामलाें में छात्र जिन विषय में नकल करते पाए गए, उसी विषय की परीक्षा रद्द की गई।

काेविड से पहले 2019 में जुलाई से दिसंबर व जनवरी से जून के बीच हुई परीक्षाओं में नकल के 300 और 310 मामले ही सामने आए थे, जबकि 2020 में और 2021 में काेविड के कारण ओपन बुक एग्जाम हुई, इसलिए नकल का एक भी मामला नहीं आया था।

ये परीक्षाएं
जनवरी से अब तक बीकॉम, बीए, बीएससी की तीनाें परीक्षाओं के साथ एमए, एमकॉम और एमएससी के साथ एमबीए और लॉ के पीजी काेर्सेस की पहले और तीसरे सेमेस्टर की परीक्षाएं आयाेजित की गई थीं।

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