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बदलाव:27 को डीएवीवी की कार्यपरिषद में पीएचडी के नए एक्ट काे मिलेगी मंजूरी, फिर होंगे पीएचडी प्रवेश परीक्षा पास कर चुके छात्रों के इंटरव्यू

पीएचडी के लिए इस बार प्रवेश परीक्षा 19 अप्रैल काे हुई थी - Dainik Bhaskar

पीएचडी के लिए इस बार प्रवेश परीक्षा 19 अप्रैल काे हुई थी
  • इस बार कई कॉलेजाें की संबद्धता के मुद्दे, सेल्फ फाइनेंस विभागाें की फैकल्टी के प्रमाेशन राेके जाने का मुद्दा भी उठेगा
  • कुल 44 विषय, सीटें 1100 से ज्यादा थी, पास हुए हैं 890

देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी कार्यपरिषद की बैठक बुधवार काे हाेगी। बैठक में इस बार कई बड़े मुद्दे उठेंगे। इस बार पीएचडी के नए एक्ट काे लागू करने का मामला भी मंजूरी के लिए आएगा। कार्यपरिषद से मंजूरी के बाद ही यह लागू हाे पाएगा। यूजीसी इसे पहले ही मंजूर कर चुका है। लेकिन यूनिवर्सिटी कार्यपरिषद की मंजूरी नहीं मिलने के कारण हाल ही में प्रवेश परीक्षा पास हुए शाेधार्थियाें की महीनेभर से आरएसी(रिसर्च एडवाजरी कमेटी) के इंटरव्यू अटके हुए हैं।

बैठक में सेल्फ फायनेंस विभागाें की फैकल्टी के प्रमाेशन काे लेकर शासन की तरफ सेआए पत्र का मुद्दा भी उठेगा। शासन ने पत्र में प्रमाेशन न देने की बात कही थी लेकिन 50 से ज्यादा फैकल्टी काेर्ट से स्टे ला चुके हैं। अब कार्यपरिषद इस मामले में शासन काे दाेबारा पत्र लिखकर मामले में पुर्नविचार की अनुशंसा करेगी। माना जा रहा है कि कार्यपरिषद सदस्य फैकल्टी के प्रमाेशन राेके जाने के खिलाफ हैं। खासकर कुलाधिपति नॉमिनी ज्यादातर सदस्य साफ कर चुके हैं कि इस मामले में यूनिवर्सिटी काे शासन के समक्ष पुरजाेर तरीके से फैकल्टी की बात रखना चाहिए।

पीएचडी एक्ट- अब आरएसी इंटरव्यू के जुड़ेंगे सिर्फ 30 % मार्क्स, 70% प्रवेश परीक्षा के

यूजीसी ने जाे पीएचडी एक्ट में बदलाव किया है, उसे अब डीएवीवी में लागू किया जा रहा है। उसी की मंजूरी कार्यपरिषद की बैठक में हाेगी। उसके तहत अब पीएचडी प्रवेश परीक्षा में पास हुए शाेधार्थियाें काे आरएसी के इंटरव्यू में 100 फीसदी मार्क्स काे वैटेज नहीं मिलेगा। बल्कि बदलाव के बाद अब सिर्फ 30 फीसदी मार्क्स ही इंटरव्यू के रहेंगे। जबकि 70 फीसदी प्रवेश परीक्षा में मिलें अंकाें के आधार पर तय हाेंगे। जबकि पहले जाे नियम था, उसमें आरएसी इंटरव्यू के 100 फीसदी अंकाें काे वैजेट मिलता था।

इसलिए हाेते हैं आरएसी इंटरव्यू

प्रवेश परीक्षा पास कर चुके शाेधार्थियाें काे काेर्स वर्क में बैठने की अनुमति देने के लिए यह इंटरव्यू हाेते हैं। चूंकि कई विषयाें में सीटाें से ज्यादा संख्या में छात्र पास हाेते हैं। ऐसे में काेर्स वर्क में उन्हें ही अनुमति मिलती है जाे आरएसी में चयनित हाेते हैं। जिनका चयन नहीं हाेता है, वे बाहर हाे जाते हैं। क्याेंकि छह माह के काेर्स वर्क के बाद ही पीएचडी रिसर्च वर्क शुरू हाेता है।

कुल 44 विषय, सीटें 1100 से ज्यादा थी, पास हुए हैं 890

पीएचडी के लिए इस बार प्रवेश परीक्षा 19 अप्रैल काे हुई थी। 24 मई को रिजल्ट आया था। परीक्षा में कुल 4590 शाेधार्थी शामिल हुए थे। इनमें से 890 पास हुए। रिजल्ट 19.4 फीसदी रहा था। सबसे ज्यादा प्रतिस्पर्धा हिस्ट्री, अंग्रेजी और अन्य विषयाें में होगी। ऐसे विषय जिनमें शोधाथियों की संख्या ज्यादा है, लेकिन सीटें कम हैं। उन्हीं विषयों में आरएसी का ज्यादा महत्व रहेगा। क्योंकि इंटरव्यू में का महत्व बढ़ जाएगा।

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