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राहत:शहर के 4 लाख शुगर पेशेंट को 50 फीसदी तक सस्ती मिलेंगी दवाएं

नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी ने 84 तरह की दवाइयों के दाम तय किए, इससे बीपी की दवाएं भी सस्ती होंगी। - Dainik Bhaskar

नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी ने 84 तरह की दवाइयों के दाम तय किए, इससे बीपी की दवाएं भी सस्ती होंगी।

शहर के करीब चार लाख शुगर पेशेंट को नियमित इस्तेमाल में होने वाली दवाइयां 40 से 50 फीसदी तक सस्ती मिलेंगी। ब्लड प्रेशर, बुखार और दर्द से जुड़ी अलग-अलग कंपनियों की दवाएं भी 10 से 40 प्रतिशत सस्ती होंगी। हाल ही में केंद्र सरकार के नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) ने 84 तरह की दवाओं की कीमतें तय की हैं। सूची में शामिल 51 तरह की दवाएं सिर्फ शुगर की हैं।

ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन (एआईओसीडी) की मानें तो शुगर की दवाओं की कीमत 40 से 50 फीसदी तक कम होंगी, जबकि सर्दी-बुखार से जुड़ी दवाओं की कीमतों में 10 फीसदी की कमी आएगी। बीपी और हार्ट की बीमारी की दवाएं भी 10 से 15 प्रतिशत तक सस्ती मिलेंगी।

कोरोना काल में इस्तेमाल हुई हाईड्रोक्लोरोक्वीन भी 25 से 30 फीसदी कम कीमत पर मिलेगी। एआईओसीडी के महासचिव राजीव सिंघल ने बताया इंदौर में शुगर के करीब चार लाख पेशेंट हैं। शुगर की दवाओं का करीब 30 करोड़ रुपए साल का कारोबार है।

दवाओं की बिक्री के आधार पर ब्लड प्रेशर के मरीजों की संख्या भी करीब 2 लाख है। 10 से 12 करोड़ की दवाएं सिर्फ यहां के मरीज इस्तेमाल करते हैं। अगस्त के दूसरे सप्ताह से मरीजों को सस्ती दवाएं मिलना शुरू होंगी।

शुगर टैबलेट की स्ट्रिप 347 के बजाए 210 में

सिंघल के मुताबिक नई सूची में करीब 51 दवाएं शुगर से जुड़ी हैं। शुगर की जो टैबलेट 347 रुपए में 10 आती थी, वह स्ट्रिप अब 210 रुपए में मिलेगी। पैरासिटामॉल टैबलेट की स्ट्रिप 31 के बजाए 28 रुपए में मिलेगी। हार्ट से जुड़ी टैबलेट की कीमत भी 15 फीसदी तक कम हुई है।

हाईड्रोक्लोरोक्वीन की कीमत 184 रुपए प्रति स्ट्रिप से घटकर 117 रुपए होगी। दवाइयों की कीमतें तय होने से फार्मा कंपनियां अपनी मर्जी से दाम नहीं बढ़ा पाएंगी। सूची में कैल्शियम, मल्टीविटामिन, अस्थमा की दवाएं भी शामिल हैं।

अगस्त के दूसरे सप्ताह से नया बैच मार्केट में आ जाएगा

दवा कारोबारी मनीष वाधवानी ने बताया, अप्रैल 2022 में कुछ जरूरी दवाओं की कीमत 10 से 11 फीसदी तक बढ़ा दी गई थीं, जिससे जनता को परेशानी हो रही थी। मप्र स्माल स्कैल ड्रग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अमित चावला के मुताबिक नई सूची से उत्पादन पर तो कोई असर नहीं होगा, लेकिन जनता को फायदा मिलेगा।

फेडरेशन ऑफ मप्र चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के उपाध्यक्ष हिमांशु शाह ने बताया, नोटिफिकेशन जारी होने के बाद नया बैच नए रेट से बेचा जाएगा। संभवत: अगस्त के दूसरे सप्ताह से नया बैच मार्केट में आ जाएगा।

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