- त्योहारों के दौर में संभलकर करें खाद्य पदार्थों की खरीदारी, क्योंकि दूध, मिर्च आदि में हो रही मिलावट
- वास्तविकता तो यह है कि वर्षभर में विभिन्न खाद्य वस्तुओं के 96 सैंपलों की रिपोर्ट अमानक, मिलावटी व फेल पाई गई
श्रावण के साथ ही त्योहारों का दौर शुरू हो गया है। ऐसे में खाद्य पदार्थों की बिक्री भी सामान्य दिनों की बनिस्बत बढ़ने लगती है। जरूरी नहीं कि उपभोक्ता मुहं मांगा दाम अदा कर रहा है तो उसे वस्तु भी सही व गुणवत्ता वाली ही मिल रही है। वास्तविकता तो यह है कि वर्षभर में विभिन्न खाद्य वस्तुओं के 96 सैंपलों की रिपोर्ट अमानक, मिलावटी व फेल पाई गई है। ऐसे में जरूरी हो जाता है, उपभोक्ता सावधानीपूर्वक व देख-परखकर ही खाद्य वस्तुओं की खरीदारी करे।
कोई भी उत्पादनकर्ता मिलावटी खाद्य पदार्थ नहीं बनाए और कोई भी व्यापारी खाद्य पदार्थों में मिलावट नहीं करे। यह देखने व जांचने की जिम्मेदारी स्वास्थ विभाग के अधीन विंग खाद्य सुरक्षा एवं औषधीय प्रशासन की रहती है। इसी कड़ी में इस विंग के अमले ने 1 जुलाई 21 से 30 जून 22 तक विभिन्न फैक्टरी, उत्पादनकर्ता व प्रतिष्ठानों-व्यापारियों के यहां कई तरह के खाद्य पदार्थों के 543 सैंपल लेकर जांच के लिए राज्य प्रयोगशाला भेजे थे। इनमें से प्राप्त हुई 486 सैंपलों की रिपोर्ट में से 390 सैंपलों की पास और 96 की फेल यानी अमानक प्राप्त हुई है। विंग के अधिकारियों का कहना है कि दूध, मावा, मिठाई, मिर्च-मसाले, तेल, हिंग व बेसन सहित आदि वस्तुओं के सैंपल फेल हुए हैंं। यानी इनमें मिलावट पाई है या फिर ये गुणवत्ता के अनुरूप नहीं थे। लिहाजा ऐसे मामलों में संबंधित उत्पादनकर्ता व व्यापारी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इनके खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के अलावा संबंधितों से जुर्माना वसूलने व फैक्टरी-दुकान तोड़ने की कार्रवाई भी की गई है।
मिर्च, टोस व हिंग के केस में कड़ी कार्रवाई की गई
तीन सैंपलों की रिपोर्ट को अधिकारियों ने आमजन के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक व गंभीर माना था। लिहाजा इन मामलों में मिर्च की दो व टोस की एक फैक्टरी तोड़ने की कार्रवाई की गई थी। इसके अलावा मिर्च-टोस व हिंग में मिलावट करने वालों के खिलाफ पुलिस थानों में एफआईआर भी दर्ज करवाई गई थी।
आशंका होने पर शिकायत करें, कार्रवाई होगी
खाद्य सुरक्षा एवं औषधीय टीम तो सैंपलिंग कर ही रही है। बावजूद उपभोक्ताओं को चाहिए कि वे खाद्य पदार्थों की खरीदी सावधानी पूर्वक करे। थोड़ी भी गड़बड़ी की आशंका हो तो हमें शिकायत करें, सैंपलिंग कर कार्रवाई की जाएगी।
बसंतदत्त शर्मा, मुख्य निरीक्षक, खाद्य सुरक्षा एवं औषधीय प्रशासन
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