केरल के बाद दिल्ली में भी मंकीपॉक्स का मरीज मिलने के बाद सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने शहर के अस्पताल अधीक्षकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। साथ ही लोगों से भी घरों में साफ-सफाई रखने और सावधानी बरतने को कहा है। बताया गया है कि मंकीपॉक्स से संक्रमित रोगी को बुखार, रेश और लिम्फ नोड्स में सूजन पाई जाती है। मंकीपॉक्स के लक्षण 2 से 4 सप्ताह में खत्म हो जाते हैं। गंभीर मामलों में मृत्युदर 1 से 10 प्रतिशत है।
मंकीपॉक्स का वायरस जानवराें से इंसान में और इंसान से इंसान में भी फैल सकता है। वायरस कटी स्किन, आंख, नाक और मुंह के माध्यम से शरीर में जाता है। संक्रमित जानवराें के काटने, खरोंचने, शरीर के तरल पदार्थ, घाव और संक्रमित बिस्तर से मनुष्य में यह वायरस जा सकता है। संक्रमित व्यक्ति के शरीर पर चकत्ते दिखते हैं। संदिग्ध मरीजाें के सैंपल जांच के लिए एनआईवी लैब पुणे भेजे जाएंगे। मरीज मिलने पर बीते 21 दिन में मरीज के संपर्क में आए लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग की जाएगी।
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