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पर्यटक स्थल:सफारी की तर्ज पर पशु-पक्षी और हरियाली के बीच, लोग ले सकेंगे जंगल का मजा

 

नगर वन नौलखी में लोग दोपहिया और चौपहिया वाहन से भी घूम सकेंगे। इसके लिए वन में इस तरह रास्ते बनाए गए हैं। - Dainik Bhaskar
नगर वन नौलखी में लोग दोपहिया और चौपहिया वाहन से भी घूम सकेंगे। इसके लिए वन में इस तरह रास्ते बनाए गए हैं।
  • 50 हेक्टेयर में तैयार हो रहा नगर वन नौलखी, राम वन गमन पथ और सप्त ऋषि वाटिका के साथ बच्चों के लिए भी बनेगा प्ले जाेन
  • इसी वर्ष दिसंबर तक इस वन को पूरी तरह विकसित कर लिया जाएगा

सफारी की तर्ज पर अब शहर के पास ही लोग पशु-पक्षियों और वन के बीच जंगल का मजा ले सकेंगे। वन मंडल द्वारा मक्सी रोड पर करोंदिया के समीप नगर वन नौलखी के नाम से इस वन को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। खास बात यह है कि दोपहिया और चौपहिया वाहन से भी इस पूरे नगर वन नौलखी में घूम सकेंगे। नगर वन नौलखी में राम वन गमन पथ और सप्त ऋषि वाटिका के साथ बच्चों के लिए प्ले जाेन भी बनाया जाएगा। इसी वर्ष दिसंबर तक इस वन को पूरी तरह विकसित कर लिया जाएगा।

केंद्र सरकार की ओर से स्वीकृत योजना के आधार पर 2 करोड़ रुपए की लागत से नगर वन नौलखी को डेवलप किया जा रहा है। शहर से करीब 8 किलोमीटर दूर मक्सी रोड पर करोंदिया पंचक्रोशी मार्ग पर बने 50 हेक्टेयर के बड़े क्षेत्रफल में बने वन में नगर वन नौलखी को विकसित करने का काम शुरू हो चुका है। यहां और 12 हजार पौधे लगाए जाएंगे। 8 जुलाई को 32 प्रजातियों के पौधे लगाकर इसकी शुरुआत की जा चुकी है। साथ ही 3 तलाई और 27 डबरियां भी बना ली गई है। इससे जल संरक्षण के साथ ही जमीन और पौधों में नमी बनी रहे। साथ ही वन में रहने वाले पशु-पक्षियों और अन्य जानवरों को पीने का पानी मिल सके। पूरे वन में इस तरह रास्तों (निरीक्षण पथ) को तैयार किया गया है, जिससे पर्यटक यहां दोपहिया और चौपहिया वाहन से पूरे वन में घूम सके। अभी इसे नि:शुल्क रखा गया है। जल्द ही इसमें सप्त ऋषियों के आधार पर पौधे लगाकर सप्त ऋषि वाटिका सहित छोटे-छोटे खंड में अन्य वन बनाए जाएंगे। इसके अलावा भगवान श्रीराम के वन गमन के दौरान पड़ने वाले दुर्लभ पौधे लगाकर राम वन गमन पथ भी तैयार किया जाएगा।

जन्मदिन के साथ स्मृति में आम लोग कर सकेंगे पौधारोपण

वन के एक हिस्से में स्मृति वन भी तैयार किया जा रहा है। यहां आम लोग अपने जन्मदिन या शादी की सालगिरह पौधारोपण कर उस पर पट्टिका लगा सकेंगे। इसके अलावा किसी की याद में स्मृति स्वरूप भी पौधारोपण किया जा सकेगा। उन पौधों की देखरेख वन विभाग करेगा।

संस्कार, नवग्रह वन के साथ ही औषधीय पार्क भी बनेगा

नगर वन नौलखी में कई छोटे-छोटे वन भी बनाए जाएंगे। इसमें 27 नक्षत्रों पर आधारित पौधों का नक्षत्र वन और नवग्रहों एवं 12 राशियों पर पर आधारित नवग्रह वन एवं राशि वन बनाया जाएगा। इसके अलावा अमृत वन भी रहेगा, जिसमें चंदन, रुद्राक्ष, पारिजात, त्रिवेणी सहित 32 प्रजातियों के पौधे लगाए जा चुके हैं। एक संस्कार वन भी होगा, जहां भारतीय संस्कृति में पूजनीय वृक्ष, जैसे पीपल, बरगद, आंवला, बिल्व, शमी, नीम आदि के पौधे लगाए जाएंगे। आम, जामुन, सीताफल, अमरुद, आंवला, खिरनी सहित अन्य पौधे लगाकर फल बाग तैयार होगा। फाइकस की सभी प्रजातियों के पौधों के साथ फाइकस गार्डन और कैक्टस गार्डन के सभी प्रजातियों के पौधों के साथ कैक्टस गार्डन भी बनेगा। वन में एरोमेटिक एंड मेडिसिन प्लांट पार्क भी तैयार हो रहा है। इसमें 500 से अधिक औषधीय पौधों का रोपण किया जाएगा।

वन में नील गाय, सियार सहित कई पशु-पक्षी

नगर वन नौलखी में लगभग स्तनधारी जीवों में नील गाय के अलावा लोमड़ी, सुनहरा सियार, धारीदार लकड़बग्गा, ग्रे नेवला, सेही, जंगली बिल्ली, जंगली खरगोश सहित अन्य वन्य प्राणी प्रजातियां मौजूद है। इसके अलावा विषैले और बिना विषैले सर्प भी मौजूद हैं। साथ ही 28 से अधिक प्रजातियों की तितलियां आैर 50 से अधिक प्रजातियों के पक्षी भी इस वन में हैं। नगर वन नौलखी में आने वाले लोग इन पशु-पक्षियों सहित अन्य जानवरों को भी खुले रूप में घूमते हुए देख पाएंगे। अब यहां प्रवेश द्वार, वॉच टावर, चौकीदार हट, बॉयो टायलेट, केंटीन, पेगोड़ा, फेसिलिटेशन सेंटर के साथ ही बच्चों के लिए प्ले जाेन और ओपन योगा जिम तैयार किया जाएगा।

दिसंबर तक काम पूरा करने का प्रयास

केंद्र सरकार की योजना के अंतर्गत नगर वन नौलखी को डेवलप करने का काम शुरू कर दिया गया है। दिसंबर 2022 तक सभी कार्य पूरे करने का प्रयास है। इसके बाद जनवरी 2023 से इसे शुरू कर दिया जाएगा। अभी यहां लोग नि:शुल्क भ्रमण के लिए आ सकते हैं।
डॉ. किरण बिसेन, वन मंडलाधिकारी

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