शिव पूजा को समर्पित महीना सावन 12 अगस्त की दोपहर तक रहेगा। इस साल सावन की पूर्णिमा दो दिन रहेगी। इस वजह से 11 अगस्त को रक्षा बंधन मनाया जाएगा और अगले दिन 12 अगस्त को स्नान-दान-पुण्य की पूर्णिमा रहेगी। 12 अगस्त की दोपहर करीब 2.30 बजे से भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की पहली तिथि शुरू हो जाएगी।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक सावन महीने में शिव पूजा करने की परंपरा है। काफी लोग घर में ही शिवलिंग स्थापित करते हैं और पूजा करते हैं। जिन लोगों के घर में शिवलिंग स्थापित है, उन लोगों को कुछ खास बातें हमेशा ध्यान रखनी चाहिए।
कितना बड़ा शिवलिंग स्थापित करें घर में
अगर घर में शिवलिंग स्थापित करना चाहते हैं तो शिवलिंग के आकार पर विशेष ध्यान देना चाहिए। बड़ा शिवलिंग सिर्फ मंदिरों में ही स्थापित करना चाहिए, घर के लिए छोटा सा शिवलिंग शुभ रहता है। घर में हाथ के अंगूठे के पहले भाग से बड़ा शिवलिंग न रखें। ऐसा शिव पुराण में बताया गया है। शिवलिंग के साथ ही गणेश जी, देवी पार्वती, कार्तिकेय स्वामी और नंदी की छोटी सी प्रतिमा भी जरूर रखें। शिव परिवार की पूजा एक साथ करने से पूजा का फल जल्दी मिल सकता है।
घर के मंदिर के आसपास साफ-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए। रोज सुबह-शाम शिवलिंग के पास दीपक जलाना चाहिए। पूजा करें। बिल्व पत्र चढ़ाएं। भगवान को भोग रोज लगाएं।
अगर शिवलिंग खंडित हो जाए तो क्या करना चाहिए?
शिवलिंग को शिव जी का निराकार रूप माना जाता है। शिवलिंग का कोई विशेष आकार नहीं होता है। अगर शिवलिंग खंडित हो जाता है, तब भी वह पूजनीय होता है, उसकी पूजा करते रहना चाहिए। ध्यान रखें अगर शिव जी की प्रतिमा खंडित हो जाए तो उसे मंदिर से हटा देना चाहिए। खंडित प्रतिमा की पूजा करने से बचना चाहिए।
घर में रख सकते हैं छोटा सा पारद शिवलिंग
पारद शिवलिंग यानी पारे से बना शिवलिंग बहुत शुभ माना जाता है। शिवलिंग बनाने के लिए सबसे पहले पारे की सफाई की जाती है। इसके बाद कई औषधियां मिलाकर तरल पारे को बांधा जाता है। पारा ठोस होने के बाद इससे शिवलिंग बनाया जाता है। पारे से शिवलिंग बनाने की प्रक्रिया कई दिनों तक चलती है। पारद शिवलिंग अन्य सभी धातुओं के शिवलिंग से बढ़कर माना जाता है।
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