मध्यप्रदेश की 52 जिला पंचायतों में से सीधी को छोड़कर सभी 51 जिला पंचायतों के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के नतीजे आ गए हैं। इनमें से 40 जिलों में भाजपा समर्थक अध्यक्ष बने हैं, जबकि 36 जिलों में ही पार्टी उपाध्यक्ष बना पाई। उधर कांग्रेस 10 जिलों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनने में सफल रही। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने भी एक जिले में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बना लिया। तीन जिलों में निर्दलीय उपाध्यक्ष बने हैं। सीधी का मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के कारण यहां चुनाव नहीं हुए।
पिछली बार हुए जिला पंचायत के चुनावों में 41 जिलों में बीजेपी समर्थक अध्यक्ष थे। वहीं 10 जिलों में कांग्रेस समर्थक अध्यक्ष थे। इस लिहाज से इस बार बीजेपी को एक जिले में नुकसान हुआ है, जबकि कांग्रेस को एक जिले में बढ़त मिली है। इस बार भाजपा ने कांग्रेस से 7 जिला पंचायत छीनी तो वहीं कांग्रेस ने BJP से 8 बोर्ड छीने।
भोपाल में BJP की रामकुंवर गुर्जर बनीं जिला पंचायत अध्यक्ष
भोपाल जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में ऐन वक्त पर बड़ा उलटफेर हो गया। कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष नवरंग गुर्जर की पत्नी रामकुंवर गुर्जर जिला पंचायत अध्यक्ष बन गई हैं। भाजपा ने रामकुंवर गुर्जर को उम्मीदवार बनाया था। इससे पहले कांग्रेस की तरफ से रश्मि अवनीश भार्गव को जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। भाजपा ने नवरंग गुर्जर को अपने पाले में लेकर उनकी पत्नी को उम्मीदवार घोषित कर दिया।
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