जम्मू-कश्मीर में बादल फटने के बाद मध्यप्रदेश के 500 अमरनाथ यात्री फंस गए हैं। इनमें भोपाल के 150 यात्री शामिल हैं। ये सभी पिछले कई घंटों से वे शेखनाग, पंचतरणी, पहलगांव और बालटाल में रुके हुए हैं। न तो वे आगे बढ़ पा रहे हैं और न ही वापस लौटने दिया जा रहा है। दूसरी ओर, इंटरनेट इश्यू भी बना है। इससे यात्री परिजनों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं।
भोपाल के अवधपुरी में रहने वाले प्रकाश पाटिल परिवार के साथ अमरनाथ यात्रा पर गए थे। अभी वे पंचतरणी में हैं। उन्होंने बताया, रातभर हालात बहुत खराब रहे। शनिवार दोपहर तक बारिश होने से रेस्क्यू में दिक्कतें हुईं। सेना रेस्क्यू में जुटी है। भगवान का शुक्र है कि भोपाल या मध्यप्रदेश के सभी यात्री सुरक्षित हैं। वे आसपास ही रुके हुए हैं। हालांकि, इंटरनेट इश्यू बन गया है। यहां पर कई नेटवर्क की सिम नहीं चल रही है। इंटरनेट बंद होने से घरवालों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। खाने-पीने की पूरी व्यवस्था है।
भवन से 3 से 5 किमी दूर हैं यात्री
भोपाल के ओम शिव शक्ति मंडल के सचिव रिंकू भटेजा ने बताया कि भोपाल के सभी यात्री सुरक्षित हैं। वे भवन से 3 से 8 किलोमीटर की दूरी पर हैं। शेषनागर, पंचतरणी, पहलगांव और बालटाल में रुके हैं। अशोका गार्डन में रहने वाले अनिल तिवारी से भी बात हुई है। वह 15 यात्रियों के साथ शेषनाग में रुके हैं। उन्होंने बताया कि रातभर पहलगांव में बारिश हुई है, इसलिए यात्रा आगे नहीं बढ़ पा रही है और न ही वापस आने दिया जा रहा है।
इंदौर से आज जा रहा एक जत्था
इंदौर से अमरनाथ के लिए पांचवां और सीजन का सबसे बड़ा जत्था रविवार को रवाना होगा। ओम जटाशंकर पारमार्थिक सेवा समिति के इस जत्थे में 790 यात्री शामिल हैं। जत्थे के प्रमुख नरेंद्र शर्मा ने कहा पहले जत्थे में करीब 700 लोग जाने वाले थे, लेकिन अब यात्रियों की संख्या और बढ़ गई। उन्होंने कहा सभी लोग बाबा अमरनाथ के दर्शन करेंगे। जत्थे में 225 महिलाएं और 18 बच्चे भी हैं। 15 दिन की यात्रा में अमरनाथ, वैष्णो देवी और बैजनाथ के दर्शन करेंगे। यात्रा के लिए 500 लोगों का टारगेट था, लेकिन बढ़ते-बढ़ते 790 यात्री हो गए। 90 यात्री तो आखिरी के 15 दिन में बढ़ गए। 48 लोगों को तो मना करना पड़ा।
सैकड़ों अमरनाथ यात्री जम्मू पहुंचे
अमरनाथ यात्रा के दौरान आई प्राकृतिक विपदा के बाद शनिवार को जम्मू स्थित अमरनाथ यात्रियों के ठहरने के स्थान भगवती नगर में हजारों श्रद्धालुओं के लिए सेवा कार्य जारी रहे। शनिवार को भी यहां सैकड़ों श्रद्धालु निजी वाहनों से पहुंचे। अमरनाथ श्राइन बोर्ड द्वारा रविवार को पहलगाम और बालटाल से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के रहने-भोजन की व्यवस्था की गई। जत्थे को रवाना करने के लिए बस टिकट किए गए। जानकारी भगवती नगर से श्रद्धालु सचिन गोयल ने दी।
इधर, इंदौर से अमरनाथ यात्रा पर गया पहला जत्था लौटा, स्टेशन पर स्वागत
इंदौर से बाबा अमरनाथ के लिए रवाना हुआ पहला जत्था दर्शन कर लौट आया। रेलवे स्टेशन पर सभी यात्रियों का स्वागत किया गया। शनि उपासक मंडल के प्रमुख प्रदीप अग्रवाल ने बताया 250 लोग यात्रा पर गए थे। 25 जून को जत्था इंदौर से रवाना हुए था। बाबा अमरनाथ, वैष्णोदेवी के दर्शन कर जत्था इंदौर आया।
0 टिप्पणियाँ