इंदौर:प्रदेश के अन्य शहरों में जहां तेज बारिश का दौर है वहीं इंदौर में पिछले 36 घंटे में रुक रुककर बारिश होती रही। इस दौरान आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई है। इस तरह अब तक 36 इंच बारिश हो चुकी है जबकि औसत बारिश का आंकड़ा 36.6 इंच है। यानी अब औसत आंकड़े के लिए सिर्फ आधा इंच बारिश की जरूरत है जबकि अगस्त माह के 9 दिन और पूरा सितम्बर माह बाकी है। मौसम विभाग ने मंगलवार को तेज बारिश की संभावना जताई है। इधर, सोमवार पूरी रात इंदौर में रिमझिम बारिश होती रही। सोमवार रात 8.30 से सुबह 8.30 के बीच करीब 31 सेमी यानी एक इंच से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है।
रिमझिम बारिश का सिलसिला रविवार देर शाम शुरू हुआ था जो रातभर चला। शहर के कई हिस्सों में रुक-रुककर बारिश होती रही। सोमवार सुबह से ही बादल छाने के साथ मौसम में ठण्डक घुली थी। कुछ देर बाद फिर रिमझिम शुरू हुई और यह सिलसिला शाम तक चला। फिर रात 8 बजे कई हिस्सों में हल्की बारिश तो कहीं रिमझिम होती रही। इस तरह रविवार रात से सोमवार सुबह 8.30 बजे तक 1.7 मिमी बारिश हुई। फिर रात सोमवार रात 8.30 बजे तक 8.6 मिमी बारिश हुई। इसके बाद भी रातभर रिमझिम होती रही। इस तरह अब तक इस मौसम में अब तक 906 मिमी से ज्यादा (36 इंच) बारिश हो चुकी है।
अगस्त में अब तक 18 इंच से ज्यादा बारिश
इस बार सावन माह में बारिश उम्मीद से कई गुना बेहतर रही जबकि अभी 9 दिन बाकी हैं। इन 22 दिनों में 18 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। उम्मीद है कि भादौ में बारिश का आंकड़ा (कुल) 37-38 इंच से ज्यादा हो सकता है। इसके पूर्व इस बार जून में 3 इंच व जुलाई में 12.5 इंच बारिश हो चुकी है। इसके चलते भू जल स्तर पर अच्छा हो चुका है। यानी 36.6 इंच के बाद जो भी बारिश होगी वह इंदौर के लिए सरप्लस होगी। उधर, महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने लगातार हो रही बारिश को देखते हुए सभी झोन के अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। सभी पार्षदों को भी अति बारिश की स्थिति में क्षेत्र में सक्रिय रहने को कहा है।
तालाब लबालब, स्कूलों में आज की छुट्टी
इस बीच मौसम विभाग द्वारा तेज बारिश की चेतावनी के बाद कलेक्टर मनीषसिंह के आदेश के तहत मंगलवार को 12वीं तक के सभी सरकारी व प्राइवेट कॉलेज बंद हैं। दूसरी ओर भले ही अभी रिमझिम या हल्की बारिश हो रही हो लेकिन इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगातार हो रही बारिश से सारे तालाब लबालब हो गए हैं। इंदौर व उसके आसपास के पर्यटन स्थलों का नजारा भी बदल गया है लेकिन अभी वहां 31 अगस्त तक के लिए प्रतिबंध लगाया गया है। मौैसम विभाग की चेतावनी के बाद इन पर्यटनों की सुरक्षा व्यवस्था में और कसावट की गई है।
0 टिप्पणियाँ