इंदौर में मंगलवार शाम से बारिश शुरू हुई जो बुधवार सुबह भी जारी हे। अलग-अलग इलाकों में कभी तेज तो कभी बूंदाबांदी होती रही। रात 8 बजे के बाद तेज बारिश होने से सड़कों पर पानी बह निकला। राहगीरों को वाहन चलाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बारिश के बाद शहर की कई सड़कें नदी बन गईं। तो कई जगहों पर पानी घरों में घुस गया। शहर के प्रजापत नगर में सहित अन्य इलाकों में कारें भी पानी के तेज बहाव के साथ बह गईं। रात में करीब 4.5 इंच बारिश दर्ज की गई है। नगर निगम के अधिकारियो ने बारिश के पानी जमा होने ओर तेज बहाव में फंसे हुए लोगो के लिये निगम कंट्रोल रूम का लेडलाईन नंबर 0731-2535555 पर समस्या के निराकरण की बात कही है। अति वर्षा को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर मनीष सिंह ने किया पहले से 12वीं तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। कलेक्टर द्वारा सभी स्कूल के संचालकों को निर्देश दिए हैं कि जो स्कूल आज प्रारंभ हो चुके हैं। उनके संचालक सभी छात्र छात्राओं को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाना सुनिश्चित करें।
यशवंत सागर का एक गेट रात को 12:30 बजे खोला गया । एक गेट रात को 3:00 बजे खोला गया तीसरा गेट सुबह 6:30 बजे खोला गया और लगभग12 बजे तक चालू रहेंगे और जो पानी का अभी लेबल है यशवंत सागर पर 19 ,5 फीट है। शुरूआत में डेम के 2 गेट खोले जाने से गंभीर डेम का जल स्तर 1900 एमसीएफटी तक पहुंच गया। इसके चलते आज उज्जैन के गंभीर डेम के गेट खोलने की स्थिति बन सकती है। इधर कलेक्टर की ओर से जनसंपर्क विभाग की ओर से 12 तक के स्कूलों तक का अवकाश घोषित किया है।
रात आठ बजे से जारी है मूसलधार बारिश का दौर
मंगलवार रात 8 बजे के बाद बादलों की तेज गड़गड़ाहट के साथ मूसलधार बारिश शुरू हो गई। मौसम विभाग ने 20 अगस्त तक तेज बारिश की संभावना जताई है। दो दिन से दिन में कभी उमस, कभी धूप, कभी हल्की बारिश तो कभी तेज बारिश का दौर जारी था। इसके बाद रात 8 बजे बादलों की तेज गड़गड़ाहट के साथ बिजली चमकी और तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश का क्रम ऐसा था कि उसकी गति धीमी ही नहीं हुई और लगातार पानी बरसता रहा।
शहर के कई इलाकों में पानी जमा होने की सूचना के बाद महापौर पुष्यमित्र भार्गव, क्षेत्रीय पार्षद बबलू शर्मा और प्रशांत बड़वे ने इलाकों का दौरा किया। महापौर ने सभी 19 झोन के अधिकारियों को जल जमाव की स्थिति से निपटने के निर्देश दिए। महापौर ने नगर निगम अफसरों के साथ राजेंद्र नगर, द्वारकापुरी, नालंदा परिसर, वैशाली नगर, स्कीम नम्बर 71 का निरीक्षण किया। यहां सबसे ज्यादा पानी जमा होने की सूचना थी।
पश्चिमी इंदौर के ज्यादातर इलाकों में बने बाढ़ जैसे हालात
सबसे बुरे हाल पश्चिम क्षेत्र में हुए। फूटी कोठी, हवा बंगला, सुदामा नगर, द्वारकापुरी, शांतिनाथपुरी, साईं बाबा नगर, वैशाली नगर, राजेंद्र नगर, सिलिकॉन सिटी, नालंदा परिसर में चारों तरफ पानी ही पानी था। शांतिनाथपुरी में सड़कों पर इतना तेज पानी था कि कार बह गई। फूटी कोठी के सामने भी एक कार बही और आगे जाकर पलट गई। राजेंद्र नगर में 3 से 4 फीट ऊंचे ओटलों तक पानी था। हवा बंगला क्षेत्र के भी यही हाल थे।
निहालपुर में तालाब का पानी ओवरफ्लो, गांव में घुसा
नालंदा परिसर के रवि चावला ने बताया कि सड़क पर इतना पानी था कि उनकी कार में स्टेयरिंग तक पानी भर गया। वैशाली नगर मेनरोड और आसपास के इलाकों में सड़कें डूबी हुई थीं। रात तक 3 कारें और दर्जनभर बाइक बहने की सूचना थी। चाणक्यपुरी, बिजलपुर, केसरबाग रोड, गायत्री नगर में भी पानी जमा हो गया। निहालपुर मुंडी तालाब ओवरफ्लो होकर पानी गांव में घुस गया। विधायक जीतू पटवारी ने बताया एनडीआरएफ से मदद लेने को कहा था।
अगस्त की औसत बारिश 11 इंच, 9 दिन में 10 इंच पानी बरसा
मौसम विभाग के अनुसार अगस्त माह में 272.7 मिमी (11 इंच) औसत बारिश होती है। इस बार 9 दिनों में ही करीब 10 इंच बारिश हो चुकी है। इंदौर में डेढ़ घंटे में 2 इंच बारिश दर्ज की गई। जबकि पूरी रात से सुबह तक 3 इंच से ज्यादा दर्ज हुई बारिश हो चुकी है। 53 दिन के मानसून में 29 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है।
इंदौर से ही गुजर रही है तेज बारिश करने वाली द्रोणिका
तेज बारिश करने वाली द्रोणिका अहमदाबाद, इंदौर, जबलपुर होते हुए रायपुर तक जा रही है। मूसलधार बारिश इसी वजह से हुई। दक्षिणी उड़ीसा व उत्तरी आंध्रप्रदेश में अति कम दबाव का क्षेत्र है जो आगे हमारे यहां सक्रिय होगा। पूर्वी व पश्चिमी हवा का संयोजन भी मालवा क्षेत्र में हो रहा है। इससे बादलों का जोरदार गर्जन, बिजली का चमकना बना हुआ है। 15 अगस्त से एक और सिस्टम बंगाल की खाड़ी से सक्रिय होगा। इसका असर 20 अगस्त तक रहेगा।
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