मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के पहले चरण में गांधी नगर से रोबोट चौराहे तक 17.5 किमी के कॉरिडोर का 55 फीसदी काम पूरा हो चुका है। कुल चार लांचर आने हैं, जिनमें से अब तक तीन लांचर आ चुका है। अब चौथे लांचर की तैयारी है। मप्र मेट्रो रेल कार्पोरेशन ने ट्रेन के लिए फ्रांस की ऑल्टमस कंपनी से अनुबंध किया है।
इंदौर को 25 ट्रेन मिलेंगी जिनमें 3-3 कोच के हिसाब से कुल 75 कोच रहेंगे। हालांकि इसकी डिजाइन अब तक फाइनल नहीं हुई है। ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 80 किमी प्रति घंटा होगी, लेकिन ट्रायल में 60 की रफ्तार से दौड़ेगी। माना जा रहा है कि इस रफ्तार से कुल 30 से 35 मिनट में एक छोर से दूसरे छोर की दूरी तय हो जाएगी।
ट्रेन में सीटों की संख्या कितनी होगी, यह अभी तय नहीं हुआ है। अधिकारियों के मुताबिक जब ट्रायल होगा तब समझ आएगा कि कितने कर्व आ रहे हैं, जिससे दूरी का पता लग सके। इतनी दूरी तय करने में कितना समय लगेगा। डिजाइन फाइनल होने के बाद तय होगा।
रेलवे ट्रैक यानी पटरियों व ट्रेन के टेंडर हो चुके हैं। फ्रांस की ऑल्टमस की ट्रेन इंदौर में चलेंगी। गांधी नगर चौराहे से रोबोट चौराहे तक ट्रैफिक के लोड का आकलन अभी नहीं किया गया है। अगले साल सितंबर में ट्रायल रन होगा। अफसरों का कहना है अगले 17 किमी के कॉरिडोर पर ट्रैफिक लोड ज्यादा मिलेगा।
- 45 फीसदी काम पहले चरण का अभी बाकी।
- 2023 सितंबर में ट्रायल रन का है लक्ष्य
- 2023 सितंबर में ट्रायल रन का है लक्ष्य
- 500 से 700 मी. की दूरी पर स्टेशन
- 60 किमी प्रति घंटे से होगा ट्रायल
- 35 से 40 किमी घंटे होगी औसत रफ्तार
- 31.5 किमी है मेट्रो का कुल रूट
- 14.5 किमी का पहला चरण है।
चौथा लांचर बारिश के बाद होगा लॉन्च
आईएसबीटी से रोबोट चौराहा तक का काम दिलीप बिल्डकॉन को दिया गया है। 800 में से 750 पिलर, पाइल्स कैप 202 में 125 पूरी कर ली गई। पोर्टल बीम 15 में से दो लगाए गए हैं। 180 स्पॉन में से 20 का काम पूरा हुआ है। गांधी नगर चौराहे से आईएसबीटी तक का काम आरवीएनएल के पास है। 20 पियर्स की गेप के बाद इसे लांच किया जाएगा।
कुल चार लांचर इस पूरे ट्रैक पर रहेंगे। जहां स्टेशन नहीं है, वहां लांचर डालेंगे, जहां स्टेशन बनेंगे, वहां पियर का काम चल रहा है। बापट चौराहा और रेडिसन चौराहा पर दो लांचर डाले जा चुके हैं। अब चौथे लांचर बारिश के बाद लॉन्च होगा। पहले चरण में गांधी नगर से रोबोट चौराहे तक काम किया जाएगा।
हर स्टेशन पर 1 मिनट रुकेगी ट्रेन
500 से 750 मीटर की दूसरी पर स्टेशन है। हर स्टेशन पर एक मिनट का स्टॉपेज होगा। हालांकि यदि ट्रेन अपनी अधिकतम रफ्तार से चलेगी तो इन स्टेशनों पर रुक नहीं पाएगी। इसलिए इसकी स्पीड एवरेज रखी जाएगी। मेट्रो रेल की एवरेज स्पीड 35 से 40 किमी है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि 60 किमी की रफ्तार के साथ ट्रायल किया जाएगा। किराया अभी तय नहीं किया गया है।
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