भोजताल पर क्रूज में तिरंगा फहराकर जनता से की अपीलतेज बारिश में भी कम नहीं हुआ विद्यार्थियों और नागरिकों का उत्साह
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आजादी के अमृत महोत्सव में हम वीर स्वतंत्रता सेनानियों को याद कर रहे हैं, जिन्होंने रक्त की अंतिम बूँद देकर आजादी दिलवाई। मध्यप्रदेश में “हर घर तिरंगा” अभियान उमंग, उत्साह और जोर-शोर से क्रियान्वित होगा। अभियान में सभी नागरिकों को जुड़ना है। अभियान के लिए जन-जागरण के उद्देश्य से 4 अगस्त को मैं स्वयं तिरंगा खरीदने गया था। इस क्रम में आज भोपाल की बड़ी झील(भोजताल) में क्रूज में तिरंगा फहराकर आमजन से 13 से 15 अगस्त तक हर प्रतिष्ठान और घर में तिरंगा फहराने का आहवान कर रहा हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तिरंगा, देश की आन, बान और शान है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज शाम भोपाल के भोजताल में क्रूज की यात्रा करते हुए कमला पार्क, शीतल दास की बगिया, राजाभोज प्रतिमा के निकट वीआईपी मार्ग पर एकत्र नागरिकों और विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राष्ट्र-भक्ति गीतों की प्रस्तुति के साथ बारिश की परवाह न करते हुए संबोधन दिया। गायिका आकृति मेहरा, पुलिस बैंड दल और नागरिकों ने राष्ट्र-भक्ति के गीतों को स्वर दिया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में बढ़ रही है भारत की साख
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 15 अगस्त को देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव पर प्रत्येक देशवासी से घर-घर तिरंगा लगाने का आहवान किया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत अपनी साख बढ़ा रहा है। प्रधानमंत्री ने आजादी के अमृत महोत्सव को गरिमामय स्वरूप देने के लिए राष्ट्रव्यापी “हर घर तिरंगा” अभियान के संचालन का निर्णय लिया है। इस अभियान से मध्यप्रदेश के नागरिक भावनात्मक रूप से जुड़ चुके हैं। वे राष्ट्र-भक्ति की भावना को हृदय में भरकर नागरिक कर्त्तव्य का पालन कर रहे हैं। कहा भी गया है “झंडा ऊँचा रहे हमारा, विजयी विश्व तिरंगा प्यारा”। हमारा तिरंगा हमारी शान है। हम शहीदों को याद कर रहे हैं, क्योंकि उन्होंने अपनी जवानी ही नहीं पूरी जिंदगी न्यौछावर कर दी। शहीदों ने भारत भूमि को अपने रक्त के रंग से भर दिया। भारत स्वतंत्र हुआ। हम उन शहीदों को याद करते हुए उनके सपनों के अनुरूप भारत को प्रगति के पथ पर बढ़ा रहे हैं।
कर्तव्य पालन का संकल्प लें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि "हर घर तिरंगा" अभियान सिर्फ तिरंगा फहराने का कार्य नहीं है बल्कि एक संकल्प है कि हम राष्ट्र के विकास में अधिक से अधिक योगदान दें। हम अपने कर्तव्य पालन में कोई कसर नहीं छोड़ें। भारत माँ का जय-घोष करते हुए स्वयं तिरंगा फहराएँ और अन्य लोगों को भी इसकी प्रेरणा दें।
बारिश के थपेड़े भी रोक न सके बच्चों का उत्साह
मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा हर घर तिरंगा फहराने के अभियान से जुड़ने की अपील के समय वीआईपी रोड पर बच्चों ने तेज बारिश में भी उपस्थिति बनाए रखी। बच्चों के हाथ में तिरंगे थे। हजारों बच्चों ने वीआईपी रोड पर राष्ट्र-भक्ति गीतों के साथ गाते-गुनगुनाते हुए तिरंगा लहराया। भोजताल में क्रूज के रूट के पास भोपाल के बोट क्लब रोड, शीतल दास की बगिया, रेतघाट, भोज प्रतिमा और वीआईपी रोड पर एकत्र जन-समुदाय ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के आहवान पर 13 से 15 अगस्त की अवधि में "हर घर तिरंगा" अभियान को समर्थन देने और हाथ में तिरंगा लेकर अभियान से आज ही जुड़ जाने का प्रमाण प्रस्तुत किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भी गाया गीत
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भी देश-भक्ति गीत "अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नहीं, सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं, गाया। गीत पर पुलिस बैंड द्वारा संगीत प्रस्तुत किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने “मेरा रंग दे बसंती चोला...” गीत भी गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने इस पसंदीदा राष्ट्रभक्ति गीत को बारिश में भीगते तिरंगा लहराते हुए गाया। इस गीत पर भी पुलिस बैंड के सदस्यों द्वारा सुमधुर संगीत दिया गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बच्चों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने क्रूज भ्रमण के समय विद्यार्थियों और नागरिकों का अभिवादन स्वीकार करते हुए तिरंगा लहराने की शुरुआत की। इस बीच तेज बारिश शुरू होने पर भी विद्यार्थी तिरंगा लहराते रहे।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बच्चों की इस भावना की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बच्चों ने भीगते हुए भी तिरंगा लहराने का कार्य किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उन्हें बेटे-बेटियों पर गर्व है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भारत माता की जय के नारों के साथ तिरंगा लहरा रहे बच्चों की इस भावना को देखते हुए कोई भी भारत की ओर आँख नहीं दिखा पाएगा। बच्चों की भावना प्रशंसनीय है। क्रूज पर श्री लोकेंद्र पाराशर, श्री राजपाल सिंह, प्रमुख सचिव संस्कृति श्री शिव शेखर शुक्ला उपस्थित थे।
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