मध्यप्रदेश के तीन बड़े नगर निगम इंदौर, भोपाल-जबलपुर में 5, 6 और 7 अगस्त को नई 'शहर सरकार' शपथ लेगी। भोपाल-इंदौर के शपथ समारोह में CM शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगे तो जबलपुर में पूर्व सीएम कमलनाथ रहेंगे।
ग्वालियर में 1 अगस्त को ही महापौर शपथ ले चुकी हैं। नगर निगम अध्यक्ष के पद को लेकर ग्वालियर में सबसे ज्यादा जोड़-तोड़ हो रही है। यहां महापौर कांग्रेस से है, जबकि पार्षद बीजेपी के सबसे ज्यादा जीते हैं। 5 अगस्त को अध्यक्ष के लिए चुनाव होगा। इससे पहले बीजेपी-कांग्रेस के पार्षद अंडरग्राउंड हो गए हैं।
भोपाल में महापौर और पार्षदों के निर्वाचन की अधिसूचना 25 जुलाई को जारी हुई थी। नियमानुसार इसके 15 दिन के भीतर परिषद का पहला सम्मेलन होना है। इसके चलते 6 अगस्त को महापौर मालती राय शपथ लेगी। सीएम चौहान भी इसमें शामिल होंगे। महापौर के शपथ समारोह को भव्य बनाने के लिए बीजेपी जुट गई है। प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, विधायक रामेश्वर शर्मा और कृष्णा गौर तैयारी की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
दो दिन बाद पहला सम्मेलन
महापौर के शपथ लेने के दो दिन बाद 8 अगस्त को भोपाल में परिषद का पहला सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। चूंकि, बीजेपी के 85 में से 58 पार्षद हैं। ऐसे में उसका ही अध्यक्ष बनना तय है। आईएसबीटी में बीसीएलएल दफ्तर के ऊपर महापौर, परिषद अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के लिए चैंबर और मीटिंग हॉल तैयार कर लिया गया है।
इंदौर में 5 को शपथ, 8 को पहला सम्मेलन
इंदौर के नवनिर्वाचित महापौर पुष्यमित्र भार्गव 5 अगस्त को शपथ लेंगे। इसमें सीएम चौहान शामिल होंगे। 8 अगस्त को नगर निगम अध्यक्ष का चुनाव होगा। यहां बीजेपी के पास स्पष्ट बहुमत है, इसलिए अध्यक्ष भी बीजेपी का ही बनेगा।
जबलपुर में कमलनाथ शामिल होंगे
जबलपुर नगर निगम में महापौर जगतबहादुर अन्नू 7 अगस्त को शपथ लेंगे, जिसमें पूर्व सीएम कमलनाथ शामिल होंगे। पहला सम्मेलन 10 अगस्त को होगा। जिसमें अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा।
ग्वालियर में 5 को पहला सम्मेलन, पार्षदों की बाड़ाबंदी
ग्वालियर में 1 अगस्त को कांग्रेस की डॉ. शोभा सिकरवार ने महापौर पद की शपथ ले ली है। 5 अगस्त को यहां पहला सम्मेलन होगा। जिसमें अध्यक्ष का चुनाव किया जाना है। यहां बीजेपी ने 34, कांग्रेस ने 25 और 7 वार्डों पर निर्दलीय ने जीत हासिल की। निर्दलियों की बात करें, तो एक ने बीजेपी और 3 ने कांग्रेस का दामन थाम लिया, जबकि बाकी बचे 3 पार्षदों ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इसके चलते अब यहां बाड़ाबंदी की जा रही है। बीजेपी कुल 35 पार्षदों को लेकर दिल्ली-हरियाणा पहुंच गई, तो कांग्रेसी पार्षद भी अंडरग्राउंड हो गए हैं। वे 5 अगस्त को ही सामने आएंगे। ऐसे में ग्वालियर में अध्यक्ष का चुनाव दिलचस्प होना है।
यहां कब होंगे चुनाव
- 5 अगस्त को सागर में नगर निगम के अध्यक्ष का चुनाव होगा।
- 5 अगस्त को छिंदवाड़ा में नगर निगम के सभापति का भी चुनाव होगा।
- 5 अगस्त को ही मुरैना नगर निगम अध्यक्ष और एमआइसी सदस्यों का चुनाव।
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