केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में मध्य प्रदेश सिमी (प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया) का गढ़ था। उस दौरान देश के कई हिस्सों में घटनाओं में इसके सदस्यों का हाथ होता था, लेकिन शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने उन्हें उखाड़ फेंका। शाह ने यह बात सोमवार को रवींद्र भवन में 415 करोड़ की लागत से निर्मित 'पुलिस के 25 हजार आवास भवनों और थाना परिसर" का वर्चुअल लोकार्पण के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि थर्ड डिग्री का जमाना गया। इस्तेमाल भी नहीं करनी चाहिए। फोरेंसिक जांच से अपराधियों को सजा दिलाई जा सकेगी। शाह ने कहा कि मणिपुर, असम में भी संस्थान खोलने का निर्णय लिया है। राजस्थान से भी चर्चा चल रही है। मोबाइल फोरेंसिक वैन का भी विचार रखा है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन कठोर परिश्रम के बगैर संभव नहीं हैं। मैं तो निमित्त हूं, काम तो शिवराज और नरोत्तम की जोड़ी ने किया है। उन्होंने डकैत और नक्सली समस्या से सख्ती से निपटने और कृषि-सिंचाई के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए शिवराज सरकार की तारीफ करते हुए कहा यहां (मध्य प्रदेश) श्रीमान बंटाधार का शासन था।
देश की आंतरिक सुरक्षा में 35 हजार पुलिस कर्मी शहीद हुए
शाह ने भोपाल के बरखेड़ा बोंदर में 27 एकड़ भूमि में आकार लेने वाली देश की 5वीं नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी परिसर के लिए वर्चुअल भूमिपूजन और 10 पुलिस प्रशिक्षण केंद्र, 50 स्मार्ट क्लास और एक लैब का रिमोट दबाकर शुभारंभ भी किया। उन्होंने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा करते हुए 35 हजार पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं, जो सैनिकों से ज्यादा है।
आजादी के बाद पुलिस को देखने का नजरिया बदला
शाह ने कहा कि आजादी के बाद पुलिस को देखने का नजरिया बदला है। फिल्मों ने पुलिस की गलत छवि बना दी है। जबकि पुलिसकर्मी 24 घंटे 365 दिन काम करता है। जब लोग घरों में त्योहार मनाते हैं, तब पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात रहता है।
पुलिस को गुनाहगार से दो कदम आगे रखना जरूरी
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि पुलिस को गुनहगार से दो कदम आगे रखने के लिए विज्ञान का सहारा जरूरी है। नेशनल फारेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी में पाठ्यक्रम आज से शुरू हो गए हैं। 50 विद्यार्थियों ने प्रवेश भी ले लिया है। इस क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिए प्रदेश के युवाओं को अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा और एक साल बाद विदेश से विद्यार्थी पढ़ने आएंगे।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर बोले- अंग्रेजी बोलने वाले 5% देश के विकास में भागीदार
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश की नई शिक्षा नीति को लेकर कहा कि देश में पहले जो शिक्षा नीति प्रचलित थी, वो बच्चों को एक सफल प्रोफेशनल बना सकती थी। डॉक्टर- इंजीनियर बना सकती थी। लेकिन जो शिक्षा नीति बच्चे को एक महान व्यक्ति न बनाए, उसके व्यक्तित्व और मन की शक्ति का विकास न कर सके, वह सही नहीं हो सकती।
महान देश सिर्फ नदियों, पहाड़ों और संसाधनों से नहीं बनते, बल्कि वो महान व्यक्तियों के कारण महान होते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है, वह देश के बच्चों को महान व्यक्ति, महामानव बनाएगी तथा देश को एक महान देश बनाएगी जो सारी दुनिया में सूरज की तरह चमकेगा।
भोपाल प्रवास के दौरान स्व. कुशाभाऊ ठाकरे जन्म शताब्दी समारोह के अंतर्गत ‘नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ विषय पर आयोजित वैचारिक प्रबोधन कार्यक्रम में अमित शाह शामिल हुए थे। शाह ने कहा- देश में जब-जब शिक्षा नीति बनी, विवाद हुआ। घोर आपत्तियां दर्ज कराई गईं, लेकिन नई शिक्षा नीति का कोई विरोध नहीं हुआ। क्योंकि इसे लागू करने से पहले सभी के विचारों को समाहित किया गया। अंग्रेजों के शासनकाल में हम अपनी शिक्षा के मूल्यों से भटक गए थे। शिक्षा सिर्फ रोजगार देने या क्लर्क पैदा करने का जरिया बन गई थी। उस समय शिक्षा का उद्देश्य छात्रों के विकास की संभावना तलाशना नहीं था।
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