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MP अब चीता स्टेट भी बनेगा:देश का इकलौता प्रदेश, जहां टाइगर-लेपर्ड सबसे ज्यादा; अब 8 चीते भी आ रहे

टाइगर और लेपर्ड स्टेट मध्यप्रदेश अब चीता स्टेट भी बनने जा रहा है। यहां नमीबिया से 8 चीतें आ रहे हैं, जो कूनो नेशनल पार्क में रहेंगे। इसके बाद यह देश का एकलौता ऐसा पहला प्रदेश बन जाएगा, जहां पर टाइगर, लेपर्ड और चीता तीनों होंगे। पिछली गणना के अनुसार, एमपी में 526 बाघ और 3421 तेंदुए हैं। हालांकि, चार साल में इनकी संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है।

PM नरेंद्र मोदी 17 सितंबर आज कूनो नेशनल पार्क में पिंजरे खोलकर चीता को जंगल में छोड़ेंगे। इसे लेकर सरकार उत्सव मना रही है। चीता आने के बाद श्योपुर, ग्वालियर, चंबल में टूरिस्ट्स की संख्या बढ़ जाएगी। इससे ये एरिया काफी विकसित हो जाएंगे। होटल, ट्रांसपोर्ट और टूरिस्ट डेवलपमेंट काफी होगा। बता दें कि देश में 70 साल बाद चीते कूनो में लाए जा रहे हैं। इसके लिए पिछले 20 साल से प्रोसेस चल रही थी।

CM शिवराज बोले- अब हमारा एमपी चीता स्टेट भी
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट तो है ही, लेपर्ड स्टेट भी है। अब चीता स्टेट भी होने वाला है। इसके बाद यहां वाइल्ड लाइफ पनपेगी। चीता लाने के लिए 20 साल से तैयारी में थे। कूनो के आसपास से कई गांव हटाए, ताकि वह सुरक्षित सेंचुरी बने। जहां चीते आएं और बाकी तरह की वाइल्ड लाइफ भी वहां रहे। अब नामीबिया से चीते आ रहे हैं। चीते आना यह असाधारण घटना है। लगभग वर्ष 1952 के आसपास हमारे देश में चीतों का अस्तित्व समाप्त हो गया। अब दूसरे महाद्वीप से चीते लाकर उनको यहां पुनर्स्थापित कर रहे हैं। शायद यह इस सदी की सबसे बड़ी घटना है कि दूसरा महाद्वीप से चीजों को लाकर हम बसाएंगे। कोशिश यह करेंगे कि स्वाभाविक रूप से चीते का परिवार बढ़ता रहे।

सीएम ने कहा, चीता आना एक विलुप्त होती हुई प्रजाति को फिर से पुनर्स्थापित करने का काम तो है ही, लेकिन यह पर्यावरण का संतुलन भी बनाएंगे। वाइल्ड लाइफ समृद्ध होगी। केवल इतना ही नहीं, श्योपुर जिले और उसके आसपास रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। चीते अभी पहुंचे नहीं हैं लेकिन जमीन की कीमतें कई गुना बढ़ गई हैं। होटल, रिसॉर्ट, गाडियां लगेंगी। छोटे-मोटे काम-धंधे चालू होंगे। उस इलाके की तस्वीर ही बदल जायेगी।

पहले से टाइगर-लेपर्ड स्टेट
मध्यप्रदेश को टाइगर और लेपर्ड स्टेट का तमगा पहले से मिला हुआ है। पिछली गिनती के अनुसार, प्रदेश में कुल 526 बाघ है। हालांकि, इस साल हुई गणना में टाइगर की संख्या में बढ़ोतरी होगी। पेंच, कान्हा, बांधवगढ़, सतपुड़ा, पन्ना और संजय डुबरी में अच्छी संख्या में टाइगर हैं। इसके अलावा भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में भी बाघ है।

देश में तेंदुओं की संख्या में भी वृद्धि के संकेत मिले हैं। टाइगर की गिनती के शुरुआती रुझान में ही तेंदुओं की संख्या करीब चार हजार तक पहुंचने की उम्मीद है। वर्ष 2018 में हुई गिनती के अनुसार, यहां पर कुल 3421 तेंदुआ है। इस बार यह संख्या बढ़ जाएगी। बाघ आंकलन के दौरान 16 जिलों में तेंदुओं की संख्या में बढ़ोतरी सामने आई है।



 

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