- कराहल में प्रधानमंत्री की सभा के बाद तीन घंटे लगा रहा जाम
देश में जंगल बहुत हैं, लेकिन विदेश से आए हुए चीतों को यहां (कूनो) ही क्यों छोड़ा गया। यह बड़ा विषय है। इसके पीछे वजह यह है कि यहां के लोगों पर मुझे भरोसा है। यहां के लोग खुद मुसीबत झेल लेंगे लेकिन चीतों पर मुसीबत नहीं आने देंगे। मुझे मध्यप्रदेश के लोगों पर भरोसा है। यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नेशनल पार्क से लाए गए आठ चीतों को कूनाे नेशनल पार्क के बाड़े में छोड़ने के बाद कराहल में स्वसहायता समूहों के सम्मेलन में कही।
इस मौके पर राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित प्रदेश सरकार के अन्य मंत्री भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने चीतों के सम्मान में सभा में मौजूद लोगों से खड़े होकर ताली बजाने के लिए भी कहा। प्रधानमंत्री अपने 37 मिनट 18 सेकंड के भाषण में 30 मिनट सिर्फ महिलाओं पर बोले। उन्होंने कहा कि पिछली शताब्दी और इस शताब्दी के भारत में बहुत बड़ा अंतर है। इस शताब्दी में नारी शक्ति का प्रतिनिधित्व है। पंचायत से लेकर राष्ट्रपति भवन तक नारी शक्ति विराजमान है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कूनो में किया चीता मित्रों से संवाद
कूनो में पेड़ के नीचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीता मित्रों से बात की। उन्होंने चीता मित्रों से कहा आप बताइए कि जो पशु है, उसे इंसान से खतरा है या इंसान से पशु को खतरा है। चीता मित्र बोले- इंसान से पशु को खतरा है। इस पर मोदी बोले कि पक्का-पक्का। फिर आपको मेहनत कहां करनी है। पशु को समझाने में करनी है या इंसान को समझाने में करनी है। इस पर चीता मित्र ने कहा कि हमारा मुख्य काम है गांव में जाकर बोलना... चीता के बारे में बताना है। यह सही है। मोदी ने कहा देशवासी खुशी मना रहे हैं कि जैसे हमारे परिवार में सालों बाद संतान पैदा हुई है। ये भारत की प्रकृति प्रेम है।
0 टिप्पणियाँ