नगर निगम के अनुसार एबीडी एरिया (एमओजी लाइन से कृष्णपुरा) में उपभोक्ताओं को फिलहाल 13.72 एमएलडी पानी रोजाना दिया जा रहा है। यदि 24 घंटे पानी सप्लाय किया जाता है तो 28 एमएलडी की जरूरत होगी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत एबीडी एरिया में पर्याप्त पानी उपलब्ध करवाने के लिए 2050 तक का केलकुलेशन किया गया है। यहां लोगों को तीन तरह से पानी मिल रहा है।
पहला टंकियों से, दूसरा सीधे लाइनों से और तीसरा बोरिंग के माध्यम से। निगम ने आबादी के अनुसार पानी की डिमांड को लेकर आकलन किया है। वर्तमान में 76.53 किमी की पेयजल लाइनें बिछी हुई हैं। एबीडी एरिया में 11 हजार 854 नल कलेक्शन हैं, वहीं 350 बोरिंग निगम के रिकॉर्ड में चिह्नित हैं।
बोरिंग का बिजली बिल निगम वहन करता है। 2020 से इस एरिया में 13.72 एमएलडी पानी रोजाना सप्लाय किया जा रहा है। माना जा रहा है कि 2050 तक यहां की आबादी 2 लाख 49 हजार 687 होगी। इसके लिए 42.09 एमएलडी पानी की जरूरत पड़ेगी।
अभी यह हो रहा है
- कई लोग बिजली मोटर लगाकर लाइनों से सीधे पानी खींच रहे हैं।
- पानी की आपूर्ति व डैमेज के कारण लीकेज का बराबर तरीके से असेसमेंट नहीं हो पाता है। इसके लिए मीटर नहीं लगे हैं।
- मौजूदा लाइने बेतरतीब डाली गई हैं, जिससे समान प्रेशर से पानी सप्लाय नहीं हो पा रहा है।
- अपर्याप्त डिस्ट्रीब्यूशन लाइनों के कारण ज्यादातर लोगों की निर्भरता बोरवेल पर है।
- व्यवस्थित मॉनिटरिंग सिस्टम न होने से यह पता नहीं चलता कि कितना पानी मिल रहा है और कितना सप्लाय किया जा रहा है।
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