आपात स्थिति में पुलिस की तत्काल मदद लेने के लिए पुलिस ने नया प्रयोग किया है। बीट इंचार्ज, थाना इंचार्ज, डीसीपी, एसीपी की मोबाइल नंबर समेत जानकारी वाले क्यूआर कोड शहर में लगाना शुरू किए हैं। पहले चरण में लसूड़िया थाना क्षेत्र में 80 क्यूआर कोड लगाए हैं। बाद में 2500 स्थानों पर ये क्यूआर कोड लगाए जाएंगे। क्यूआर कोड स्कैन के लिए ‘नो यूअर कॉप’ नाम से एक एप लॉन्च किया है।
पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया नई व्यवस्था ऐसे लोगों को बहुत काम आएगी, जो पहली बार शहर आएंगे। सिटीजन काॅप एप के फाउंडर राकेश जैन ने बताया कि क्यूआर कोड की व्यवस्था जल्द ही सार्वजनिक होगी। मोबाइल स्कैनर से सिर्फ क्यूआर कोड स्कैन कर तत्काल पुलिस की मदद ली जा सकेगी।
मंदिर, होटल, चाट-चौपाटी, प्रमुख बाजार पर लगेंगे
क्यूआर कोड प्रमुख मंदिर, होटल, गार्डन, चाट-चौपाटी, मॉल्स, बाजार आदि क्षेत्रों में लगेंगे। पुलिस का मानना है कि बाहरी व्यक्ति अनजान स्थानों पर जाते हैं। ऐसे में जरूरत पड़ने पर उन्हें तत्काल पुलिस की मदद नहीं मिल पाती। नई व्यवस्था से वे एक क्लिक पर संबंधित थाने, बीट इंचार्ज की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। ये व्यवस्था जीपीएस बेस्ड है। कोड स्कैन करते ही सभी को स्थानीय स्तर के पुलिसकर्मियों व अधिकारियों की सारी लोकेशन व जानकारी मिल जाएगी। पर्यटक भी इस व्यवस्था का लाभ ले पाएंगे।
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