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नेशनल कॉन्फ्रेंस:उद्योगों में 30 फीसदी ग्रोथ मायने नहीं रखती, इसके साथ खर्च और टैक्स भी बढ़ जाता है

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले कोरोगेटेड बॉक्स और पैकेजिंग इंडस्ट्रीज से जुड़े देशभर के एक हजार उद्योगपति इंदौर में जुटे हैं। - Dainik Bhaskar

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले कोरोगेटेड बॉक्स और पैकेजिंग इंडस्ट्रीज से जुड़े देशभर के एक हजार उद्योगपति इंदौर में जुटे हैं।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले कोरोगेटेड बॉक्स और पैकेजिंग इंडस्ट्रीज से जुड़े देशभर के एक हजार उद्योगपति इंदौर में जुटे हैं। शुक्रवार से तीन दिनी 50वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस की शुरुआत हुई। सेक्टर में आ रही नई टेक्नाेलॉजी, सरकार की नीतियों सहित उद्योगों की परेशानी पर चर्चा होगी। पहले दिन मोटिवेशनल स्पीकर राहुल जैन का उद्योगपतियों के साथ तीन घंटे का सेशन रहा। उन्होंने इंडस्ट्री की ग्रोथ को लेकर अपनी बात कही।

निजी होटल में आयोजित कार्यक्रम में जैन बोले कि 99 % बिजनेसमैन को पता ही नहीं कि बिजनेस कैसे किया जाता है? वे अकाउंटेंट पर निर्भर हैं और अकाउंटेंट आने वाले चेक, आउट स्टैंडिंग अमाउंट पर। इसी को ग्रोथ समझकर खुश होते हैं। वे 30%की ग्रोथ को पर्याप्त मान लेते हैं, जबकि ये लाभ नहीं हानि है, क्योंकि इसके साथ खर्चे और टैक्स भी बढ़ जाते हैं। प्रॉफिट तो नहीं बढ़ता। उद्योगपति मासिक प्रॉफिट ग्रोथ पर नजर नहीं रखते।

चार-छह महीने में एक बार अकाउंटेंट को बुलाकर ग्रोथ पूछते हैं और यकीन कर लेते हैं। इससे पहले कोरोगेटेड बॉक्स पर आधारित प्रदर्शनी का शुभारंभ देश के सबसे बुजुर्ग कोरोगेटेड उद्योगपति 102 वर्षीय ओपी मोहन ने किया। स्वागत फेडरेशन अध्यक्ष संजीव सुरेका, विनीत जैन, सचिव अमित जैन, पुनीत माहेश्वरी, केके खोरे, ओम मूंदड़ा, अजय माहेश्वरी और शरद गुप्ता ने किया। शनिवार को सेक्टर से जुड़े अलग-अलग विषय पर परिचर्चा होगी।

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