इंदौर में कांग्रेस नेता पोल खोल अभियान की शुरुआत करने जा रहे है। 9 जनवरी से 11 जनवरी तक ये अभियान चलेगा। कांग्रेस नेता का कहना है कि सोशल मीडिया के माध्यम से प्रवासी भारतीयों और उद्योगपतियों को यहां के हालात बताए जाएंगे।
आपको बताते हैं ये अभियान कौन शुरू कर रहा है और क्यों...
दरअसल, इंदौर में अगले महीने यानी जनवरी में प्रवासी भारतीय सम्मेलन और इन्वेस्टर समिट का आयोजन होने जा रहा है। इसकी तैयारी भी शहर में हो रही है। जगह-जगह साफ-सफाई से लेकर लाइटिंग, रंग-रोगन आदि का काम किया जा रहा है। पोल खोल अभियान की बात करें तो इंदौर में इसकी शुरुआत म.प्र कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव करने जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि राजनैतिक फायदे के लिए देश के उद्योगपतियों और प्रवासी भारतीयों को झूठ बोल कर ठगने का काम सरकार कर रही है। एनसीआरबी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि देश में मध्यप्रदेश बच्चियों, बुजुर्गों एवं दलितों के खिलाफ अपराध में नंबर वन है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार देश में सबसे ज्यादा महिलाओं के लिए असुरक्षित राज्य मप्र है।
- उन्होंने कहा सरकार सिर्फ रंग रोगन करने एवं लाइटिंग करके गरीबों के घरों के सामने दीवाल बनाकर देश के उद्योगपतियों और प्रवासी भारतीयों को धोखा देना चाहती हैं। झूठी वाह वाही लूट कर अपना ऐसा चेहरा दिखाना चाहती हैं, जिसके काले दाग छिपाने के लिए मेकअप का सहारा लिया गया हैं, जबकि असलियत ठीक इसके विपरीत है।
9 जनवरी से शुरू होगा पोल खोल अभियान
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार द्वारा म.प्र की वर्तमान वास्तविकता को छिपाए जाने के खिलाफ पोल खोल अभियान सोशल मीडिया के माध्यम से चलाया जाएगा। इस अभियान में देश के उद्योगतपतियों और प्रवासी भारतीयों को स्पष्ट बताया जाएगा कि वर्तमान में मप्र अपराधियों का गढ़ बन गया है। देश के उद्योगपतियों और प्रवासी भारतीयों को सबसे पहले एनसीआरबी की रिपोर्ट देखकर सरकार को सलाह देना चाहिए की पहले मप्र की कानून व्यवस्था सुधारने का प्रयास करें उसके बाद इन्वेस्टर समिट का आयोजन करना चाहिए।
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