इंदौर में 8 से 12 जनवरी के बीच तीन दिनी प्रवासी भारतीय सम्मेलन और दो दिनी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों के बीच खास जोर इन दोनों बड़े इंवेंट में पधारने वाले मेहमानों को लेकर है। इसमें भी प्रवासी भारतीय सम्मेलन पर ज्यादा जोर है क्योंकि इसमें 9 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व 10 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इसमें शिरकत करेंगे।
इसी सम्मेलन में चार देशों के कैबिनेट व्यापार प्रतिनिधियों के अलावा सूरीनाम चंद्रिकाप्रसाद "चान’ संतोखी भी आएंंगे। इसके पूर्व गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली और भारतीय मूल की ऑस्ट्रेलियाई सांसद जनेता मैस्करेनहास के सम्मेलन में शामिल होने की पुष्टि हो चुकी है। ऐसे ही 11 व 12 जनवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में बांग्लादेश, पनामा, जिम्बाब्वे और मॉरीशस सहित चार देशों के कैबिनेट व्यापार प्रतिनिधिमंडल भाग लेंगे जबकि कनाडा, जापान, मॉरीशस, नीदरलैंड, बांग्लादेश, गुयाना, सूरीनाम और जिम्बाब्वे सहित नौ देश इसमें भागीदारी निभाएंगे।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में इस बार 68 देशों के 345 विदेशी व्यापार प्रतिनिधियों और राजनयिकों के भाग लेने की संभावनाएं हैं। इन वीवीआईपी में 14 देशों के राजदूत, 12 देशों के काउंसिल जनरल और छह देशों के राजनयिक शामिल हैं। ये वीवीआईपी मुख्य रूप से यूएसए, कनाडा, इंग्लैंड, जापान, इजरायल, नीदरलैंड, सिंगापुर, थाईलैंड, कंबोडिया, बांग्लादेश और घाना से होंगे।
केंद्रीय एजेंसियों के हाथों में होगी स्वास्थ्य सुरक्षा की कमान
प्रवासी भारतीय सम्मेलन में करीब 4 हजार प्रवासी भारतीय शामिल होंगे। इनमें से करीब 2400 के रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। उधर, ‘पधारो म्हारो घर’ के तहत जो लोग मेहमानों को अपने घरों में आमंत्रित करना चाहते हैं उसके लिए करीब 60 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। इन लोगों का व इनके घरों का वैरिफिकेशन भी हो चुका है। उधर, कोरोना के नए वैरिएंट BF.7 को लेकर अभी वैसे कोई घबराने जैसी स्थिति नहीं है। फिर भी चूंकि ये दोनों बड़े आयोजन हैं और इसमें अधिकांश लोग विदेशों से आएंगे, इसके चलते स्वास्थ्य सुरक्षा कमान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, विदेश मंत्रालय सहित अन्य केंद्रीय एजेंसियों के हाथों में होगी। स्थानीय स्तर पर इन एजेंसियों के दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा।
30 प्रतिष्ठित सदस्यों का होगा सम्मान
प्रवासी भारतीय सम्मेलन में 30 प्रतिष्ठित सदस्यों को 17वें पीबीडी सम्मेलन के दौरान प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। पिछले 15 वें व 16वे सम्मेलन में भी 30 प्रतिष्ठित सदस्यों को सम्मान पुरस्कार दिए गए थे। 2003 से 2021 तक 269 लोगों को प्रवासी भारतीय सम्मान मिल चुका है। यह पुरस्कार एक अनिवासी भारतीय, भारतीय मूल के व्यक्ति को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। यह पुरस्कार विदेशों में भारत के बारे में बेहतर समझ बनाने, भारत के कारणों का समर्थन करने और स्थानीय भारतीय समुदाय के कल्याण के लिए काम करने के लिए भारतीय डायस्पोरा के योगदान को याद करने के लिए दिया जाता है।
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