- अगले साल 16 स्टेशन से यात्रियों के लिए होगी शुरुआत
मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के तहत 5.9 किलोमीटर के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर पर ट्रैक बिछाने का काम फरवरी से शुरू किया जाएगा। इस रूट पर तेजी के काम शुरू हो गया है। करीब 55 फीसदी सिविल वर्क पूरा हो चुका है। इस हिस्से में 4 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक चार लॉन्चर का काम चल रहा है। पहले चरण में 17.5 किमी के कॉरिडोर पर काम चल रहा है।
इसमें भी गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर तक के हिस्से पर तेजी से काम चल रहा है। एक-एक किमी की दूरी पर स्टेशन बनाए जा रहे हैं। गांधी नगर में डिपो का काम चल रहा है। 70 किमी की रफ्तार से गांधी नगर से रोबाेट चौराहा तक ट्रेन चलेगी। एक मिनट में यात्री अगले स्टेशन पर पहुंच जाएंगे। चूंकि सितंबर में ट्रायल रन होना है, इसलिए काम में तेजी लाई गई है। पिछले दिनों ट्रैफिक भी डायवर्ट किया गया था। फरवरी से ट्रैक बिछाने का काम शुरू हो सकता है। ट्रायल रन में तीन कोच चलेंगे। जुलाई में ट्रेन के कोच इंदौर पहुंच जाएंगे।
4 दिन काम बंद रहा, अब श्रमिक बढ़ाए
प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के कारण मेट्रो का काम 4 दिन बंद रखा गया था। अब एक-एक मिनट कीमती है। इसलिए काम में तेजी लाई गई है। कंपनियों को श्रमिकों की संख्या बढ़ाने के लिए कहा है। मप्र मेट्रो ट्रेन कॉर्पोरेशन के एमडी ने हाल ही में कोच खरीदी, पटरियां बिछाने सहित कई टेंडर को मंजूरी दी है।
इंदौर के लिए 75 कोच खरीदे जाएंगे
गांधी नगर से रेडिसन-रोबोट चौराहे तक 17.2 किलोमीटर है। ट्रायल रूट का काम पहले किया जाएगा। 11.6 किमी के ट्रैक को बाद में लिया जाएगा। ट्रायल के बाद 2024 में 16 स्टेशन से मेट्रो आमजन के लिए शुरू करने की तैयारी है। फरवरी-मार्च 2024 तक मेट्रो ट्रेन के नियमित शुरू होने की संभावना है। इंदौर के लिए 75 कोच खरीदे जाएंगे।
- 5.9 किमी का है सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर, इस हिस्से में 4 स्टेशन बनेंगे
- 17.5 किलोमीटर के कॉरिडोर पर काम चल रहा है पहले चरण में
- 1-1 किमी पर होंगे स्टेशन, यात्री 1 मिनट में पहुंचेंगे एक से दूसरे स्टेशन
- 03 कोच चलेंगे ट्रायल रन के दौरान, जुलाई में कोच इंदौर पहुंच जाएंगे
0 टिप्पणियाँ