कलेक्टोरेट की जनसुनवाई में दिव्यांगों और जरूरतमंदों की सुनवाई के साथ उन्हें जल्द मदद मिलने का असर यह हो रहा है कि अब इसमें पीड़ितों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस मंगलवार को जनसुनवाई में दिव्यांग भी काफी संख्या में पहुंचे। इस दौरान तीन दिव्यांगों ने कलेक्टर डॉ. इलैया राजा को अपनी व्यथा बताई तो उन्होंने तुरंत उन्हें मोटोराइजज्ड वाहन व आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए। खास बात यह कि दोपहर को शहर में भारत-न्यूजीलैंड के बीच वन डे क्रिकेट मैच को लेकर अन्य सरकारी दफ्तरों में अधिकारी मशगूल थे वहीं कलेक्टोरेट में खुद कलेक्टर व मातहत देर शाम तक सुनवाई करते रहे।
दरअसल अब इन दिनों हर जनसुनवाई में दिव्यांगजनों को जहां कोचिंग, शिक्षा और रोजगार के लिए वाहन उपलब्ध कराए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर अन्य जरूरतमंदों को आवास, इलाज सहित अन्य तात्कालिक आवश्यकताओं के लिए भी मदद की जा रही है। इसके साथ ही सभी प्रकार की समस्याओं को प्राथमिकता के साथ हल की जा रही है इससे चलते अब पीड़ितों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
दिव्यांग गोरा बडोले ने कलेक्टर को बताया कि वह देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से बीएड की परीक्षा की तैयारी कर रही है। उसके पारिवारिक आर्थिक परिस्थिति ठीक नहीं है। दिव्यांग होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसी तरह दिव्यांग सोमती चौधरी ने बताया कि वह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही है और वाहन नहीं होने से आने-जाने में परेशानी होती है। परिवार वाहन खरीदने में सक्षम नहीं है। इस पर कलेक्टर ने दोनों को तत्काल मोटोराइज्ड दो पहिया वाहन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही रेडक्रास से दोनों को 10-10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता मंजूर की गई। इसी तरह एक अन्य दिव्यांग प्रमोद लोधी को भी मोटोराइज्ड वाहन और 5 हजार रु. की आर्थिक सहायता दी गई।
अस्पताल से समन्वय कराया तो कॉलेज प्रबंधन को दी चेतावनी
जनसुनवाई में कुछ पीड़ित परिवार के बीमार सदस्यों के इलाज के मामले में पहुंचे। इस पर कलेक्टर ने तत्काल संबंधित अस्पतालों से बात कर आयुष्मान योजना में इलाज करने सहित हरसंभव मदद करने की बात कही। एक मामला एसएनएस लॉ कॉलेज के पीड़ित छात्र रवि कटारे व उसके साथियों का था। इन्हें स्कॉलरशिप की राशि तथा जमा राशि नहीं दी जा रही है। इस पर कलेक्टर ने संबंधितों से जानकारी ली और जल्द राशि लौटाने की चेतावनी दी।
…जहर खाकर जनसुनवाई में पहुंचा
इसी तरह एक अन्य पीड़ित नितिन पिता हरि नारायण निवासी जनसुनवाई में जहर खाकर पहुंचा। कुछ देर बाद लोगों का ध्यान गया तो तत्काल उसे एमवाय अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी हालत ठीक है। जल्द ही उसे डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
चार लोगों को दी गई सुविधा वापस
इस बीच पता चला कि बीती जनसुनवाई में चार पीड़ितों को जो सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थी उनमें से कुछ ने गलत जानकारी दी थी तो कुछेक सुविधा का दुरुपयोग कर रहे हैं। इस पर कलेक्टर ने मातहतों को उनसे उक्त सुविधाएं वापस लेने के निर्देश दिए।
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