सम्मेलन के समापन के पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली और सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी से वन-टू-वन मुलाकात हुई। गुयाना के राष्ट्रपति से चर्चा में राष्ट्रपति ने कहा कि भले ही भारत और गुयाना के बीच भौगोलिक रूप से दूरी है, लेकिन दोनों देशों में कई चीजें समान हैं, जिसमें एक औपनिवेशिक अतीत और बहु सांस्कृतिक समाज शामिल है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय दोनों देशों के बीच मित्रता की स्थायी कड़ी के रूप में काम करते हैं। हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत हुए हैं। व्यापार भी बढ़ रहा है। गुयाना में तेल और गैस की खोज पर कहा कि इस क्षेत्र में दोनों राष्ट्रों के बीच सहयोग की अपार संभावनाएं हैं।
150 साल बाद भी सांस्कृतिक पहचान कायम रखी
राष्ट्रपति मुर्मू ने सूरीनाम के राष्ट्रपति संतोखी और उनके शिष्टमंडल से मुलाकात में कहा कि सूरीनाम में भारतीय समुदाय ने भारत छोड़ने के 150 साल बाद भी अपनी सांस्कृतिक पहचान बनाए रखी है। सूरीनाम जून 2023 में भारतीयों के आगमन की 150वीं वर्षगांठ मनाएगा।
उन्होंने तकनीकी सहयोग बढ़ाने व सूरीनाम में क्षमता निर्माण और कौशल विकास में योगदान के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया। राष्ट्रपति ने कहा कि हमें पारस्परिक लाभ के लिए अपने व्यापार विस्तार के लिए काम करना चाहिए। दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने, व्यापार, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और संस्कृति में सहयोग आगे बढ़ाने पर भी चर्चा की।
0 टिप्पणियाँ