प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज दुनिया भारत की सुनती है। भारत में स्किल कैपिटल बनने का सामर्थ्य है, यह दुनिया के विकास का इंजन बन सकता है। इस साल भारत दुनिया के जी-20 समूह की अध्यक्षता भी कर रहा है। भारत इस जिम्मेदारी को एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है। हमारे लिए यह दुनिया को भारत के बारे में बताने का अवसर है। हमें जी-20 केवल एक डिप्लोमेटिक इवेंट नहीं, बल्कि जनभागीदारी का आयोजन बनाना है।
PM मोदी आज इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दूसरे दिन शामिल हुए। PM ने कहा कि इंदौर दुनिया में लाजवाब है। लोग कहते हैं कि इंदौर एक शहर है, लेकिन मैं कहता हूं कि इंदौर एक दौर है, जो समय से आगे चलता है।
ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के ग्रैंड हॉल में मोदी जब मंच पर पहुंचे, तो हॉल मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा। उन्होंने कहा, आप सभी को 2023 की मंगलकामनाएं। 4 साल के बाद यह सम्मेलन एक बार अपने मूल स्वरूप और भव्यता के साथ हो रहा है। अपनों से आमने-सामने की मुलाकात, बात का अलग आनंद और महत्व होता है। उन्होंने NRI को कहा कि MP में मां नर्मदा का जल, जंगल, आदिवासी परंपरा और यहां बहुत कुछ है, जो आपकी यात्रा को अविस्मरणीय बनाएगा। उज्जैन में भी भव्य महाकाल लोक का विस्तार हुआ है। आप सभी वहां जाएं और महाकाल का आशीर्वाद लें।
PM ने इंदौर को कहा स्वाद की राजधानी
इंदौर की तारीफ करते हुए कहा PM ने कहा कि इंदौर अद्भुत है। इंदौर समय से आगे चलता है, फिर भी विरासत को समेटे रहता है। इंदौर पूरी दुनिया में लाजवाब है। इंदौरी नमकीन का स्वाद, साबूदाने की खिचड़ी, कचौरी, समोसे, शिकंजी ...जिसने भी इसे देखा उसके मुंह का पानी नहीं रुका। जिसने इन्हें चखा, उसने कहीं और मुड़कर नहीं देखा। 56 दुकान तो प्रसिद्ध है ही, सराफा भी महत्वपूर्ण है। यही वजह है कि लोग इंदौर को स्वच्छता के साथ स्वाद की राजधानी भी कहते हैं। यहां के अनुभव आप खुद भी नहीं भूलेंगे और दूसरों को भी दूसरे देश जाकर बताना नहीं भूलेंगे।
प्रवासी भारतीयों बारे में बोले...
दुनिया के अलग-अलग देशों में भारत के लोगों की एक कॉमन तस्वीर दिखती है, तो वासुदेव कुटुम्बकम की भावना उसके साक्षात दर्शन कराती है। दूसरे देशों में भारत के अलग-अलग क्षेत्रों के लोग मिलते हैं, तो एक-भारत, श्रेष्ठ भारत का अहसास होता है। दुनिया में जब सबसे अनुशासित और शांतिप्रिय लोगों की चर्चा होती है, तो मदर ऑफ डेमोक्रेसी का गौरव बढ़ जाता है। जब हमारा विश्व आकलन करता है, तो सशक्त और समर्थ भारत की आवाज सुनाई देती है। इसीलिए मैं सभी प्रवासी भारतीयों को विदेशी धरती पर भारत का राष्ट्रदूत यानी ब्रैंड एम्बेस्डर कहता हूं।
देश की ताकत पर PM ने कहा...
हमारे यहां कहा जाता है- स्वदेशो भुवन प्रयम, अर्थात हमारे लिए पूरा संसार ही हमारा देश है। इसी वैचारिक बुनियाद पर हमारे पूर्वजों ने भारत के सांस्कृतिक विस्तार को आकार दिया था। हम दुनिया के अलग-अलग कोनों में गए। हमने सदियों पहले वैश्विक व्यापार की बुनियाद खड़ी की थी। हम विदेश गए। अलग-अलग देशों अलग-अलग सभ्यताओं के बीच वैश्विक व्यापार से कैसे समृद्धि के रास्ते खोल सकते हैं? भारत ने और भारतीयों ने करके दिखाया। आज अपने करोड़ों प्रवासी भारतीयों को जब हम ग्लोबल मैप पर देखते हैं तो कई तस्वीरें एक साथ उभरती हैं।
CM शिवराज ने मांगी माफी, बोले- हॉल छोटा पड़ गया, दिल में बहुत जगह
इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्वागत संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री के विजन और मार्गदर्शन से हमें अपने लक्ष्य हासिल करने में सफलता मिलेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, आजादी के अमृत काल में मुझे ऐसा लग रहा है कि मध्यप्रदेश में अमृत वर्षा हो रही है। इंदौर ने अपने दिल के दरवाजे भी खोले हैं और अपने घरों के दरवाजे भी खोले हैं। प्रधानमंत्री के एक-एक मंत्र को मध्यप्रदेश ने साकार करने की कोशिश की है। आज भारत दुनिया को शांति और प्रेम का संदेश दे रहा है। पश्चिमी देश और रूस से अगर कोई कह सकता है तो वे केवल नरेंद्र मोदी जी हैं, जिन्होंने कहा कि युद्ध नहीं, शांति चाहिए। सीएम ने कहा- भारत में दो नरेन्द्र हुए हैं... 100 साल पहले एक नरेंद्र स्वामी विवेकानंद जी थे जिन्होंने भारत को विश्व गुरु बताया था। आज दूसरे नरेंद्र के नेतृत्व में ये कार्य हो रहा है। विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है। माफी चाहता हूं, हॉल छोटा पड़ गया, लेकिन दिल में जगह की कमी नहीं है।
सुरीनाम के राष्ट्रपति बोले, हमारे देश में हम हिंदी लैंग्वेज ट्रेनिंग पर काम कर रहे
सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने अपनी स्पीच की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रणाम कर की। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री आपको हृदय से मेरा नमस्कार और प्रणाम। हम अपने देश में हिंदी लैंग्वेज, यहां के कल्चर, आयुर्वेद पर ट्रेनिंग सेंटर बनाने पर काम कर रहे हैं। हिंदी लैंग्वेज के स्कूलों पर भी हमारा फोकस है। ये एक मेमोरेबल पल है। जननी और मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर होती है। सूरीनाम की जनता की ओर से मैं मध्यप्रदेश और भारत सरकार का आभार प्रकट करता हूं, जो आदर-सत्कार मुझे और मेरे प्रतिनिधिमंडल को मिला है। यह सम्मेलन हम दोनों देशों के आपसी सहयोग को बढ़ाने में मददगार साबित होगा।
गुयाना के राष्ट्रपति मोदी से बोले, हमारे बीच दूरियां, लेकिन दिल-आत्माएं जुड़ी हैं
गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की। खासकर वैक्सीनेशन की। उन्होंने मोदी के सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास को भी सराहा। उन्होंने कहा कि इसके बिना कोई भी आगे नहीं बढ़ सकता। महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि इंडिया का फ्रीडम स्ट्रगल दूसरे देशों के लिए इंस्पायरिंग है। मोहनदास करमचंद गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे। 107 साल पहले शारीरिक रूप से कमजोर दिखने वाले, लेकिन मानसिक रूप से दृढ़ गांधी घर लौटे थे। उन्होंने देश को आजाद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारत प्रतिभाओं को निखारने में दुनिया में नंबर एक है। हम प्रवासियों के लिए भारत के चलाए जा रहे कार्यक्रमों से काफी कुछ सीख रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि हमारे बीच दूरियां बहुत हैं, लेकिन दिल और आत्माएं जुड़ी हुई हैं। मैं यहां भारतीयों के मिले प्रेम का आभारी हूं। गुयाना के लोगों का प्यार और सपोर्ट आपके साथ है।
प्रवासी भारतीय सम्मेलन का दूसरा दिन, अपडेट्स...
- सुबह 11 बजे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एयरपोर्ट पर लैंड हुए। खराब मौसम के कारण निर्धारित समय से लेट हो गए। उन्हें सुबह 10 बजे आना था। एयरपोर्ट पर राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री तुलसी सिलावट, मंत्री उषा ठाकुर, इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने PM को रिसीव किया।
- सुबह 10.15 बजे मॉरिशस से आए एक NRI की ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के ग्रैंड हॉल में तबीयत बिगड़ गई। ऐसा बताया गया कि उन्हें अटैक आया। तुरंत उन्हें मेडिकल फैसिलिटी प्रोवाइड कराई गई।
- सुबह 9.45 बजे हॉल फुल होने पर एंट्री बंद कर दी गई। हॉल की कैपेसिटी 2200 लोगों के बैठने की है। 3000 से ज्यादा लोग पहुंए गए। कुछ NRI जबरदस्ती गेट खोलकर घुसे। उन्हें बड़े गेट पर फिर रोका गया। धक्कामुक्की में दो लोगों को हाथ में चोट आई है। स्पेन से आए जगदीश फोबयानी ने कहा, टाइम से पहले पहुंचने के बाद भी हमें अंदर नहीं जाने दिया गया। कह रहे हैं कि हॉल की कैपेसिटी फुल हो गई है। नाइजीरिया से आए देवेश कुमार मिश्रा ने कहा कि हम 8.30 बजे आ गए थे। अंदर जाने नहीं दिया गया। ऐसा रहा तो हम वापस चले जाएंगे।
लंच खुद होस्ट करेंगे PM मोदी
दोपहर 1 बजे से लंच होगा। इसे PM खुद होस्ट करेंगे। लंच में 102 गेस्ट शामिल होंगे। इनमें गुयाना से राष्ट्रपति सहित 4, सूरीनाम के राष्ट्रपति सहित 5, ऑस्ट्रेलिया से जेनेटा मस्केरेन्हैंस,पनामा से 3, मलेशिया से 2, मॅरीशस से 7, UK से मेयर ऑफ साउथ वॉक सुनील चोपड़ा, 24 पेनलिस्ट और 27 प्रवासी भारतीय सम्मान लेने वाले शामिल होंगे।
इनके अलावा केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर, मनसुख मांडविया, वी. मुरलीधरन, मीनाक्षी लेखी, राजकुमार रंजन सिंह, विदेश सचिव विनय क्वात्रा सहित 10 और मप्र से राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, डीजीपी, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, सांसद शंकर लालवानी, एसीएस मोहम्मद सुलेमान और दो फ्रेंड्स ऑफ MP के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
लंदन के डिप्टी मेयर को अंदर जाने से रोका
ब्रिलियंट कंवेशन सेंटर के ग्रैंड हॉल में तय समय से डेढ़ घंटे पहले एंट्री रोक दी गई। कई NRI को रजिस्ट्रेशन हॉल में ही बैठाकर उनसे कहा गया कि वे स्क्रीन पर ही प्रोग्राम देखें। लंदन के डिप्टी मेयर (बिजनेस) राजेश अग्रवाल 9.45 पर आयोजन स्थल पर पहुंचे। अग्रवाल को भी आयोजन के मुख्य समारोह में जाने से रोक दिया। अग्रवाल करीब 15 मिनट तक अंदर जाने के लिए संघर्ष करते रहे। बाहर मौजूद मीडिया के कुछ लोगों ने उन्हें पहचाना और सुरक्षाकर्मियों से कहा। काफी देर बाद अंदर के अधिकारियों को फोन लगाया गया। अग्रवाल उन्हें मिला विदेश मंत्रालय का आमंत्रण पत्र भी दिखाते रहे। बाद में उन्हें दूसरे गेट से अंदर दाखिला मिला। खास बात ये है कि अग्रवाल का नाम उन खास मेहमानों की सूची में भी है, जिन्हें प्रधानमंत्री ने दोपहर भोज पर आमंत्रित किया है।
रविवार रात भी मॉरिशस के NRI की तबीयत बिगड़ी
प्रवासी भारतीय सम्मेलन में मॉरिशस से आए NRI की रविवार रात को तबीयत बिगड़ गई। बताया जाता है कि वे विजयनगर क्षेत्र के एक होटल में ठहरे थे। तत्काल उन्हें भंडारी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (BHRC) ले जाया गया, जहां अब वे वेंटिलर पर हैं। डॉ. विनोद भंडारी के मुताबिक वे हाइपरटेंशन और डायबिटीज के पेशेंट है। रात को उनका ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ था, जबकि शुगर भी 500 पहुंच गई थी। उन्होंने रात को नियमित दवाइयां नहीं ली थी, जिसके चलते उनकी तबीयत बिगड़ी। अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. मोहक भंडारी के नेतृत्व में चार सीनियर डॉक्टरों की टीम उनके इलाज में जुटी है। अभी वे वेंटिलेटपर पर हैं लेकिन स्टेबल हैं। अस्पताल में डॉ. आरके झा (मेडिसिन), डॉ. पंकज गुप्ता (कॉर्डियोलॉजी एचओडी), डॉ. सुजन प्रांजल और डॉ. राहुल जैन (न्यूरोलॉजिस्ट) की टीम उनका इलाज कर रही है।
ये शामिल होंगे लंच में
लंच में गुयाना से राष्ट्रपति सहित चार, सूरीनाम के राष्ट्रपति सहित 5, ऑस्ट्रेलिया से जेनेटा मस्केरेन्हैंस, पनामा से 3, मलेशिया से 2, मॉरीशस से 7, UK से मेयर ऑफ साउथ वॉक सुनील चोपड़ा, 24 पेनलिस्ट और 27 प्रवासी भारतीय सम्मान लेने वाले शामिल होंगे।
इनके अलावा केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर, मनसुख मांडविया, वी. मुरलीधरन, मीनाक्षी लेखी, राजकुमार रंजन सिंह, विदेश सचिव विनय क्वात्रा सहित 10 और मप्र से राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, डीजीपी, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, सांसद शंकर लालवानी, एसीएस मोहम्मद सुलेमान और दो फ्रेंड्स ऑफ MP के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस सूची में लोकसभा की पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का भी नाम है।
एक दिन पहले PM ने इंदौर आने को लेकर किया ट्वीट...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ट्वीट करते हुए लिखा- 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय सम्मेलन के मौके पर जीवंत शहर इंदौर में होने की आशा है। यह हमारे प्रवासी भारतीयों के साथ जुड़ाव को गहरा करने का एक शानदार अवसर है। इसने विश्व स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई है।
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