- 3.5 किमी लंबा गेर मार्ग, 04 गेर, 01 फागयात्रा, 74 साल पुरानी परंपरा, 50 से ज्यादा वाहनों का काफिला
रंगपंचमी पर रविवार को इंदौर का असल रंगोत्सव मनेगा। शहर की ऐतिहासिक परंपरा गेर एक बार फिर जीवंत होगी। गेर में जहां गीले-सूखे रंग बरसाए जाएंगे, वहीं फाग यात्रा में गुलाल और टेसू से बने रंगों की बौछार होगी। कोरोना के बाद पहला मौका है जब इंदौर से सभी चारों गेर निकलेंगी।
गेर में विदेशी मेहमान भी शामिल होंगे। मिसाइल से रंगों की बौछार 100 फीट तक जाएगी। आसमान में तिरंगा और इंद्रधनुष बनेगा। हुड़दंगियों पर 6 ड्रोन कैमरों से नजर रखी जाएगी। राजबाड़ा क्षेत्र में सुबह 9 से शाम 4 बजे तक वाहनों का प्रवेश पूरी तरह बंद रहेगा।
सुरक्षा- 1500 जवान, 6 ड्रोन से हुड़दंगियों पर नजर
पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया सुरक्षा के लिए 1500 जवानों का फोर्स, आरएएफ की 3 कंपनियां, 150 सीसीटीवी कैमरे और 6 ड्रोन कैमरे से पुलिस पूरे गेर मार्ग के चप्पे-चप्पे पर नजर रखेगी। गुब्बारे मारने, चप्पल उछालने और परिवारों को परेशान करने वाले हुड़दंगियों के लिए सादी वर्दी में 100 जवानों की विशेष टीम तैनात होगी। हुड़दंग किया तो सीधे थाने की हवालात में भेजा जाएगा।
फाग यात्रा- नृसिंह बाजार चौराहे से होगी शुरुआत
हिंद रक्षक संगठन की फाग यात्रा नृसिंह बाजार चौराहे से निकलेगी। इसमें रशिया, पोलैंड, जॉर्डन, इजराइल के मेहमान भी शामिल होंगे। संगठन के राष्ट्रीय संयोजक एकलव्य सिंह गौड़ ने बताया फाग यात्रा में भगवान राधाकृष्ण का विशेष रथ रहेगा। टेसू के फूलों का एक टैंकर रंग भी तैयार किया है।
गेर को दिलाएंगे अंतरराष्ट्रीय पहचान- पुष्यमित्र भार्गव
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा गेर को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल करवाने के लिए नगर निगम लगातार प्रयास कर रहा है। गेर को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलवाएंगे।
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