- इंदौर से उज्जैन, महू, पीथमपुर तक चलेगी मेट्रो, रिंग रोड का सर्कल पूरा होगा
शहर के कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान को लेकर शुक्रवार को बैठक मै इंदौर विजन-2042 को लेकर मंथन हुआ। सबसे बड़ा मुद्दा बढ़ते शहर में ट्रैफिक को लेकर रहा। दिल्ली की कंसल्टेंसी फर्म ने इंदौर के लिए जो प्लान बनाया, उसके मुताबिक साल 2042 में इंदौर की आबादी 74 लाख से भी ज्यादा होगी। इतनी तेजी से बढ़ती जनसंख्या के लिए ट्रैफिक को दुरुस्त करना बेहद जरूरी है। शहर को डि-कंजेस्ट करना होगा, शहर के हर हिस्से में बुनियादी सुविधाएं देना होंगी।
स्टडी के मुताबिक शहर का विकास इस तरीके से करने पर जोर दिया है कि शहर के हर हिस्से में बुनियादी सुविधाएं और रोजमर्रा के काम की चीजें उपलब्ध हो, ताकि व्यक्ति को कोर सिटी एरिया में न जाना पड़े। इसके लिए शहर के अलग-अलग इलाकों में सब सिटी सेंटर डेवलप किए जाएं। इस डिटेल सर्वे में शहर में करीब 940 वर्ग किलोमीटर सड़कों की जरूरत बताई गई। रिंग रोड को पूरा करने, इंदौर से उज्जैन, महू, पीथमपुर तक मेट्रो ट्रेन चलाने और शहर में 107 नए फ्लायओवर की जरूरत बताई गई। भविष्य की जरूरत को देखते हुए एक और बायपास बनाने पर भी विचार हुआ। बैठक में सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, विधायक मालिनी गौड़, रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
प्रेजेंटेशन में इन बिंदुओं पर फोकस
लैंड यूज और ट्रांसपोर्ट इंटीग्रेशन रोड नेटवर्क स्ट्रेटेजी पब्लिक ट्रांसपोर्ट एवं इंटरमीडिएट पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम नॉन मोटराइज्ड ट्रांसपोर्ट ट्रैफिक इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट पार्किंग मैनेजमेंट और इसके लिए आवश्यक
टेक्नोलॉजिकल उपाय
5 नए इंटरसिटी टर्मिनल बनाए जाएं मल्टीमॉडल हब बनाने की बात भी कही गई ट्रैफिक दबाव घटाने के लिए लिंक सड़कों की जरूरत
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