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कन्फेक्शनरी क्लस्टर:3 साल बाद भी बिजली, ड्रेनेज लाइन नहीं, 50 उद्योगपति परेशान, 5 हजार से ज्यादा रोजगार अटके

साइट पर ड्रेनेज लाइन भी अधूरी है। - Dainik Bhaskar

साइट पर ड्रेनेज लाइन भी अधूरी है।

निवेश की जमीन तैयार करने के कागजी दावों का एक और मामला कन्फेक्शनरी क्लस्टर के रूप में सामने आया है। आईआईएम इंदौर के सामने रंगवासा में 50 एकड़ जमीन पर कन्फेक्शनरी क्लस्टर शुरू करने की योजना 2020 में बनी थी। 50 उद्योगपतियों को यहां प्लॉट आवंटित किए थे। 3 साल बाद भी यहां बिजली और ड्रेनेज लाइन नहीं डल सकी है। इसके चलते उद्योगपति फैक्टरी शुरू नहीं कर पा रहे हैं। \

8 उद्योगपतियों ने अस्थायी कनेक्शन लेकर जैसे तैसे काम शुरू किया है, लेकिन बाकी उद्योगपति तैयार नहीं हैं। क्लस्टर शुरू नहीं होने से 5 हजार से ज्यादा रोजगार अटके हुए हैं। नरेश ज्ञानवानी, जय ज्ञानवानी, संजय डिंगवानी, गिरीश मलूकानी सहित 8 उद्यमियों ने अस्थायी कनेक्शन लेकर काम शुरू किया है।

  • 2020 से चल रहा प्रोजेक्ट
  • 50 एकड़ जमीन
  • 11 हजार वर्गफीट से 2 एकड़ तक के प्लॉट

समिट के समय विरोध हुआ तो कहा- सारी सुविधाएं जल्द देंगे
जनवरी में समिट के दौरान उद्योगपति इस मसले पर विरोध करने वाले थे, लेकिन अफसरों ने तब कहा था जल्द सारी सुविधाएं देंगे, लेकिन अब तक कोई सुधार नहीं हुआ। उद्योगपति इस मामले में पूर्व प्रमुख सचिव संजय शुक्ला से लेकर पूर्व कलेक्टर और वर्तमान में मप्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के एमडी मनीष सिंह, सांसद शंकर लालवानी के समक्ष भी समस्या बता चुके, बावजूद समाधान नहीं मिला है। लोन लेकर जमीन ले चुके इन उद्यमियों की पीड़ा है, पता नहीं कब स्थायी बिजली कनेक्शन मिलेगा।

3 साल बाद लोन की किस्त ही जमा कर रहे
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि यह प्रदेश का पहला कन्फेक्शनरी क्लस्टर होगा। मुख्य रूप से छोटे लघु उद्योगों के लिए हिसाब से विकसित हो रहा है, जो यहां पर कम लागत में छोटी यूनिट लगाकर अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएंगे। यहां 11 हजार वर्गफीट से लेकर दो एकड़ तक के प्लॉट हैं। चॉकलेट, जेम्स, वेपर और रोल सहित अन्य कन्फेक्शनरी आइटम बनेंगे। मार्च 2020 में प्लॉट की बुकिंग शुरू हुई। जमीन के लिए कई उद्यमियों ने लोन लिया, उसकी किस्त तो जमा कर ही रहे हैं, लीज रेंट भी दे रहे हैं।

कंपनी के लिए शटडाउन लेना बड़ी परेशानी
बिजली कंपनी को लाइन डालने के लिए 132 केवी की लाइन बंद करना पड़ती है। कंपनी वालों का कहना है कि एक साथ पूरा काम करेंगे तो राऊ सहित कई क्षेत्रों की बिजली बंद हो जाएगी। इसलिए 2-2 घंटे काम कर रहे हैं, ताकि अन्य क्षेत्रों में परेशानी न आए। - दिनेश चौधरी, अध्यक्ष, कन्फेक्शनरी एसोसिएशन

एक सप्ताह में बिजली लाइन पूरी होगी
कन्फेक्शनरी क्लस्टर में काम तेजी से चल रहा है। 10 प्रतिशत सिविल वर्क ही बचा है। अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी है। बिजली कंपनी के कुछ टेक्निकल इश्यू हैं, उनसे बात की है। एक सप्ताह में वह काम भी हो जाएगा। - रोहन सक्सेना, कार्यकारी संचालक, एमपीआईडीसी

​​​​​​​अफसरों से चर्चा करके काम में तेजी लाएंगे
कन्फेक्शनरी क्लस्टर से जुड़े सारे काम अब तक तो हो जाना थे। खुद कार्यकारी संचालक ने मुझे कहा था। मैं अफसरों से इस मामले में बात करता हूं। हुआ तो एमडी से भी चर्चा करूंगा। - शंकर लालवानी, सांसद

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