- 6 ग्रुप की 15 दुकानें बची हैं, जिसके लिए तीसरी बार टेंडर बुलाए गए थे
जिले में नई शराब नीति के आधार पर दुकानों से माल की बिक्री होगी। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के विरोध के बाद प्रदेश के साथ इंदाैर के भी 125 से ज्यादा अहाते बंद हो जाएंगे। आबकारी विभाग ने करीब 1400 करोड़ के अपेक्षित मूल्य के एवज में 64 ग्रुप में से 58 ग्रुप को 10 प्रतिशत अधिक मूल्य से दुकानों का नवीनीकरण कर दिया है। 6 ग्रुप की 15 दुकानें बची हैं, जिसके लिए तीसरी बार टेंडर बुलाए गए थे।
शुक्रवार देर रात इस पर फैसला हुआ। 1240 करोड़ का टारगेट पूरा करने में आबकारी विभाग सफल रहा है। सहायक आबकारी आयुक्त मनीष खरे ने बताया कि 6 ग्रुप की 15 दुकानों के लिए टेंडर बुलाए थे, जो शुक्रवार देर रात खोले गए। इन 6 ग्रुप से 157 करोड़ का राजस्व अपेक्षित है। अहाते बंद होने पर खरे ने कहा कि राज्य शासन की पॉलिसी के तहत ही निर्णय लिया गया है। जो दुकानें नहीं बिक सकी उनमें अधिकांश शहर की है।
नए रेट जल्द ही आएंगे
इंदौर में सर्वाधिक 10 प्रतिशत रेट पर दुकानों का रिन्यू हुआ है। सहायक आबकारी आयुक्त के मुताबिक 5 से 10 प्रतिशत तक रेट बढ़ सकते है। अभी नए रेट नहीं आए हैं। इधर, अहाते बंद होने से शराब दुकान संचालकों को भी घाटा होने की संभावना है। अब तक वे शराब दुकान के अलावा अहाते की जगह से भी कमा लेते थे। अब उन्हें भी डर है कि पहले की तरह बिक्री में मुश्किल आ सकती है।
शहर अहाता न बन जाए
अहाते बंद होने से सबसे बड़ी चुनौती लॉ एंड आर्डर की होगी। दूसरी चुनौती निगम की होगी। अब तक शहर के इन अहातों का सामान या तो कबाड़ी खरीदते थे या सीधे निगम की गाड़ियों में जाता था। अब जगह न मिलने से पूरे शहर में यह कचरा फैलेगा। दूसरी ओर पुलिस के लिए भी चुनौती होगी, शराब पीकर सड़कों पर घूमने वालों से निपटने की। दूसरी ओर एक्सीडेंट भी बढ़ सकते हैं।
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