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वंदे भारत के पहले सप्ताह का परफॉर्मेंस एनालिसिस:रोजाना 74 फीसदी सीटें रहीं फुल

रानी कमलापति से निजामुद्दीन के लिए चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को लेकर यात्रियों का अच्छा रिस्पॉन्स देखा जा रहा है। पिछले एक सप्ताह की बात करें तो 3 से 10 अप्रैल (शनिवार छोड़कर) तक ट्रेन में 74% सीटें फुल रही हैं। इस दौरान रानी कमलापति से 5,851 यात्रियों ने इस ट्रेन में सफर किया।  पिछले एक हफ्ते का एनालिसिस किया। साथ ही, यात्रियों से बात की। इसमें सबसे बड़ा मुद्दा स्टेशनों पर ट्रेन के हॉल्ट को लेकर आया। ज्यादातर यात्रियों का कहना है कि ट्रेन के हॉल्ट टाइमिंग को बढ़ाया जाना चाहिए, क्योंकि ट्रेन रुकने का समय कम होने से यात्रियों को परेशानी होती है।

बता दें कि वंदे भारत ट्रेन को 1 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकार्पण किया था। इसके बाद यह ट्रेन 2 अप्रैल को हजरत निजामुद्दीन से रानी कमलापति के लिए चली थी।

एग्जीक्यूटिव क्लास की सिर्फ 9 % सीटें

वंदे भारत ट्रेन का रैक 16 कोच में रोजाना 1128 सीटें यात्रियों के लिए उपलब्ध रहती हैं। इसमें 104 सीटें एग्जीक्यूटिव क्लास में और 1024 चेयर कार क्लास में होती हैं। वंदे भारत में एग्जीक्यूटिव क्लास की सीटें पूरी ट्रेन की सीटों की कुल 9 ही प्रतिशत हैं।

वापसी में 71 प्रतिशत रिस्पांस

इसी तरह से हजरत निजामुद्दीन से चलकर आरकेएमपी आने वाली वंदे भारत ट्रेन में 2 से 9 अप्रैल (शनिवार छोड़कर) 5,641 यात्रियों ने सफर किया। इसके अनुसार सप्ताह भर में औसत 71.44 % सीटें फुल रहीं। इसमें ईसी में 65.11 प्रतिशत और सीसी में 75.01 प्रतिशत सीटें फुल रहीं। इस दौरान दोनों कैटेगरी में क्रमश: 474 और 5377 यात्रियों ने सफर किया।

एग्जीक्यूटिव क्लास में 65.01 और चेयर कार में 75.01 सीटें फुल

इसके अलावा ट्रेन की दोनों क्लास में यात्रियों का रिस्पॉन्स भी 65 से 75 प्रतिशत के बीच रहा। रानी कमलापति से हजरत निजामुद्दीन जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस के एग्जीक्यूटिव क्लास में पिछले एक सप्ताह में औसतन 65.01 प्रतिशत सीटें फुल रहीं। इसके अलावा चेयर कार की 75.01 % सीटें फुल रहीं। रेलवे अधिकारियों के अनुसार इस ट्रेन में रानी कमलापति की तुलना में झांसी और ग्वालियर से अधिक सीट्स बुक हो रही हैं।






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