नगर निगम के खजाने में इस वित्तीय वर्ष (2022-23) में 742 करोड़ 55 लाख 79 हजार 860 रुपए जमा हुए। यह पिछले वित्तीय वर्ष से करीब 18 करोड़ ज्यादा हैं। पिछली बार 724 कराेड़ 61 लाख 97 हजार 958 का राजस्व निगम को प्राप्त हुआ था। यानी इस साल 17 कराेड़ 93 लाख 82 हजार रुपए निगम काे ज्यादा मिले हैं।
यह स्थिति तब है जब कंपाउंडिंग करवाने वालों से निगम को कोई शुल्क नहीं मिला है। पिछले साल 90 से 100 करोड़ इसी मद में जमा हुए थे। दरअसल, पिछले साल राज्य सरकार ने कंपाउंडिंग में 30 प्रतिशत की छूट दी थी। उसके कारण निगम को सर्वाधिक राजस्व मिला था। इस साल संपत्ति कर में 13.08 प्रतिशत ज्यादा वसूली हुई है। यानी 50 करोड़ 48 लाख 58 हजार 368 रुपए ज्यादा संपत्ति कर वसूला गया है।
वित्तीय वर्ष में 2942 करोड़ यूनिट बिजली आपूर्ति, मालवा-निमाड़ में 9.33% ज्यादा
मालवा-निमाड़ में इस वित्तीय वर्ष (2022-23) में 2942 करोड़ यूनिट बिजली वितरण किया गया। यह पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 9.33% ज्यादा है। वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि वित्तीय वर्ष के दौरान इंदौर, धार जिले में सबसे ज्यादा 12.75 प्रतिशत बिजली का वितरण हुआ। इंदौर संभाग में 1735 करोड़ यूनिट बिजली वितरित हुई। इसमें इंदौर शहर में 331 करोड़ यूनिट बिजली शामिल है। उज्जैन संभाग के सातों जिलों में 1207 करोड़ यूनिट बिजली वितरित हुई। उज्जैन संभाग में सबसे ज्यादा बिजली उज्जैन जिले में 305 करोड़ यूनिट वितरित हुई।
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