इंदौर कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी की संवेदनशील पहल निरंतर दिखाई दे रही है। इसी सिलसिले में एक और संवेदनशीलता दिव्यांगों के प्रति दिखाई दी, जब उन्होंने दृष्टिहीन विद्यार्थियों के लिए रहने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की। इस पहल से दृष्टिहीन विद्यार्थी इंदौर में रहकर अपनी शिक्षा-दीक्षा ग्रहण कर सकेंगे और अपने उज्जवल भविष्य की ओर कदम आगे बढ़ाएंगे।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी से पिछली जनसुनवाई में कुछ दृष्टिहीन विद्यार्थी मिले थे और उन्होंने अपनी समस्या उनके समक्ष रखी थी। दृष्टिहीन विद्यार्थियों ने कहा था कि वह इंदौर में शिक्षा और प्रशिक्षण ग्रहण करने के लिए आए हैं। उनके लिए रहने की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। उन्हें अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कलेक्टर ने उनकी समस्या को गंभीरता से लेकर संवेदनशील निराकरण की पहल शुरू की थी। उन्होंने जनसुनवाई के तत्काल बाद ही सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया था कि इन बच्चों की समस्याओं का त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए उन्होंने एक कमेटी का गठन भी किया था। इस प्रक्रिया के पश्चात दृष्टिहीन विद्यार्थियों के लिए सामाजिक न्याय परिसर परदेशीपुरा स्थित एक भवन में रहने की समुचित व्यवस्था की गई। इस भवन में 25 विद्यार्थी आसानी से रह सकते हैं। कलेक्टर की इस पहल से सभी दृष्टिहीन विद्यार्थी खुश हैं और अपने उज्जवल भविष्य के प्रति आशान्वित भी है। इस आवासीय व्यवस्था के लिए मुख्य लिपिक सह लेखापाल श्री प्रमोद पावले को वार्डन का दायित्व भी सौंपा गया है।
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