इंदौर के प्राचीन रणजीत हनुमान मंदिर को आंजनेय कोट्टारं यानी दक्षिण भारतीय शैली (थीम) में सजाया गया है। गुरुवार शाम को यहां प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी दर्शन करने पहुंचे।
दक्षिण भारतीय शैली में मंदिर में जहां सुंदर सजावट हुई है, वहीं मंदिर के भक्त मंडल के सदस्य, सेवादार सहित मंदिर के पुजारी भी साउथ इंडियन ड्रेस में नजर आए। सुबह से ही मंदिर में भक्तों के आने का सिलसिला जारी है।
दक्षिण भारतीय शैली पर सजा मंदिर परिसर
हनुमान जन्मोत्सव के पर्व पर रणजीत हनुमान मंदिर को दक्षिण भारतीय शैली में सजाया है। मंदिर में प्रवेश करने के साथ ही भक्तों का तिलक लगाकर स्वागत किया जा रहा है। लाइन में लगे भक्तों के लिए 48 कूलर के साथ ही ठंडे पानी व शरबत की व्यवस्था की गई है। मंदिर परिसर के बाहर भी टेंट लगाए गए है, ताकि लाइन में लगने वाले भक्तों को धूप न लगे। मंदिर परिसर को 3 क्विंटल गेंदा के फूलों, 1 हजार बंच मधुकामिनी के फूलों और केले के पत्तों से सजाया गया है।
आरती में शामिल हुए हजारों भक्त
गुरुवार सुबह 6 बजे मंदिर में जन्मोत्सव आरती हुई, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। भगवान को भोग अर्पित किया गया। ढोल की थाप और जय रणजीत के जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठा। आरती के बाद भक्त खुशी में झूमते व नृत्य करते नजर आए। आरती के बाद लगातार भक्तों के आने का सिलसिला जारी है। अपनी मनोकामना लेकर पहुंच रहे भक्त भगवान का आशीर्वाद ले रहे है। वहीं मंदिर परिसर के बाहरी हिस्से में भजन गायक भगवान के भजन गा रहे है। पूरा माहौल भक्तिमय नजर आ रहा है। शाम 7 बजे भगवान की आरती होगी।
भगवान के आसपास मंगल गिरी की सजावट
मंदिर परिसर में भगवान के श्रृंगार में दक्षिण भारतीय शैली नजर आई। भगवान के आसपास मंगल गिरी की सजावट की गई है। दक्षिण के कई मंदिरों में जिस तरह की सजावट देखने को मिलती है, उसी प्रकार यहां भी की गई है।
कल कांकड आरती
मंदिर के पुजारी पं. दीपेश व्यास ने बताया कि गुरुवार रात 1 बजे भगवान का अभिषेक किया जाएगा। पंचामृत से अभिषेक करने के बाद भगवान का श्रृंगार बदला जाएगा और सुबह 6 बजे भगवान की कांकड आरती की जाएगी। इसके साथ ही मंदिर में राम जन्मोत्सव से शुरू हुए अखंड रामायण पाठ का समापन होगा।
अखाड़ों और जिम में भी पूजे गए हनुमान
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